Jayant Patil: आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर देश के तमाम राजनीतिक दलों के बीच तैयारी का दौर शुरू हो चुका है. इसी बीच महाराष्ट्र में एक बार फिर सियासी उलट फेर के आसार बनते नजर आ रहे हैं. इस बात की हवा भी तेजी से चलने लगी है कि शरद पवार गुट के नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं. शरद पवार के सबसे करीबी कहे जाने वाले जयंत पाटिल ने जब शनिवार को अमित शाह से मुलाकात की तो उसके बाद राजनीतिक गहमागहमी शूरू हो गई और अटकलों का बाजार तेज हो गया कि क्या अब शरद गुट भी भाजपा में शामिल होने की तैयारी कर रहा है.
हालांकि इस मामले पर रविवार को जवाब देते हुए जयंत पाटिल ने सभी कयासों को सिरे से खारिज कर दिया.
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पाटिल ने स्पष्ट रूप से इस बात से इंकार कर दिया कि उन्होंने अमित शाह से मुलाकात की ही नहीं थी. पाटिल ने कहा की आपको किसने बताया कि मैं अमित शाह से मिला आपको उन लोगों से पूछना चाहिए जो यह सब कह रहे हैं.
पाटिल ने आगे बताया कि वह शनिवार यानी 5 अगस्त को शरद पवार के आवास पर थे उन्होंने कहा कि मैं किसी से नहीं मिला हूं.
6 अगस्त को मुंबई में बोलते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शनिवार को वह मुंबई से बाहर नहीं गए. उन्होंने बताया कि यह अफवाहें झूठी हैं वह शनिवार को शरद पवार के घर पर थे और उसके बाद अनिल देशमुख सहित पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों के साथ रविवार सुबह तक बैठक कर रहे थे.
बता दें कि जयंत पाटिल को शरद पवार का बेहद करीबी और कट्टर वफादार माना जाता है. शनिवार को ऐसी खबरें चली थी कि शरद पवार के करीबी जैन पाटिल ने अमित शाह से मुलाकात की है जिसके बाद अफवाहों का बाजार गर्म हो गया था. First Updated : Sunday, 06 August 2023