Jharkhand: दुनिया में मां-बाप से बढ़कर और कोई नहीं होता है. यह बात पत्थर की लकीर है. मगर मां के प्यार में किसी बेटे को अधिक पागल होते देखा है. नहीं तो चलिए आज हम आपको ऐसी ही एक सच्चाई से अवगत करवाते हैं.
दरअसल धनबाद सदर थाना के हीरापुर मास्टरपाड़ा में एक अजीबोगरीब घटना ने लोगों के दिल दिमाग को झकझोर कर दिया है. जहां एक बेटे ने अपनी माँ के प्रति प्रेम कहे या क्रूरता. क्योंकि एक भव्य दो मंजिला भवन के एक कमरे में एक पुत्र अपनी माँ के शव के साथ 75 घंटे से अधिक समय तक बैठा रहा, क्योंकि उसे आशा थी कि उसकी माँ अब तक जीवित है.
हीरापुर मास्टरपाड़ा निवासी सौरव उपाध्याय की मां आशा देवी बीते बुधवार की सुबह ही दुनिया छोड़ कर चली गई. जिसके बाद बेटे ने माँ को बीमार समझ कर उसे शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले गया. जहां महिला का इलाज हो सके, मगर वहां मौजूद चिकित्सकों ने उसकी मां को मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद पुत्र सौरव उपाध्याय को अपनी माँ की मौत पर यकीन नहीं हुआ. इसके बाद वह निजी वाहन की मदद से माँ को लेकर शहर के अस्पताल में ले गया.
जबकि वहां के चिकित्सकों ने भी उसकी माँ को मृत बता दिया. मगर वह अपनी माँ को जीवित समझकर घर ले गया. और इंटरनेट के माध्यम से किसी वेबसाइट का वीडियो देखकर वह अपनी मां का इलाज घर के अंदर ही करता रहा.
शव को कमरे में तीन दिनों तक रखे जाने के कारण बदबू आस-पास में फैलने लगी. शव से आ रही बदबू जब पड़ोसियों को परेशान करने लगी तो उन लोगों ने पुलिस को खबर कर दी. जिसके बाद पुलिस वालों ने उस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया. जानकारी के अनुसार घर के अंदर सिर्फ सौरव और उनके के अलावा मां और उसकी मौसी रहती थी. साथ ही पिता के बारे में बताया जाता है कि वह किसी दूसरे शहर में किसी कंपनी में नौकरी करते हैं. First Updated : Sunday, 17 March 2024