JNU में खोले जाएंगे 3 नए हिंदू, बौद्ध और जैन स्टडी सेंटर, कैसे मिलेगा प्रवेश

JNU: जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय में 2025 सत्र से तीन नए हिंदू बौद्ध और जैन अध्ययन केंद्रों की शुरुआत होगी. हाल ही में हुई अकादमिक परिषद की बैठक में इस योजना पर मुहर भी लग गई है. तीनों अध्ययन केंद्र से विद्यार्थी परास्नातक की डिग्री और पीएचडी की डिग्री हासिल कर सकेंगे. तो चलिए इसके बारे में सभी जानकारी जानते हैं.

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JNU: जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी तीन नए सेंटर खोलेगी. ये सेंटर फॉर हिंदी स्टडीज, सेंटर फॉर बुद्धिस्ट स्टडीज और सेंटर फॉर जैन स्टडी हैं. हाल ही में अकादमिक परिषद की बैठक में इस बात पर मुहर लगी थी और अब जल्द ही इसकी शुरुआत होगी. इन तीनों सेंटर्स से कैंडिडेट परास्नातक यानी पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ले सकेंगे और पीएचडी भी कर सकेंगे. इन सेंटरों को खोलने के लिए JNU ने तैयारी शुरू कर दी है. उम्मीद किया जा रहा है कि जल्द इस पर काम होगा. बता दें कि,  इनमें दाखिले कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी, CUET) के जरिये होंगे.

अगले सेशन से शुरू होगा प्रवेश

अकादमिक परिषद की बैठक में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में तीन नए सेंटर खोलने की सहमति बनी है. ये तीनों अध्ययन केंद्र संस्कृत एवं प्राच्यविद्या अध्ययन में शुरू किए जाएंगे. संस्थान के डीन प्रो. ब्रजेश कुमार पांडेय ने बताया कि सीयूईटी मास्टर की परीक्षाएं हो चुकी हैं. अगले सेशन से परीक्षा देने वाले स्टूडेंट यहां दाखिला ले सकते हैं. शुरुआत में तीनों केंद्रों में 20-2- सीटें होंगी लेकिन इसके बाद इसकी संख्या बढ़ा दी जाएगी.

क्या है इसका उद्देश्य

जेएनयू प्रशासन प्राचीन भारतीय परंपरा में शोध कार्यों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तीन नए सेंटर खोलने जा रहे हैं. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रगतिशील प्रावधानों में शिक्षण-अधिगम और अनुसंधान में नवाचार लाने के लिए ये तीनों केंद्र बनाए गए हैं. पहले  संस्कृत एंव प्राच्य विद्या अध्ययन संस्थान में इनकी शुरुआत होगी और बाद में इनके लिए अलग से इंफास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा. जेएनयू के कुलपति प्रो. शांति श्री धुलीपुड़ी पंडित के प्रयासों से ही इन तीनों केंद्रों की स्थापना की गई है.

 सेशन शुरू करने के लिए सरकार ने दी मंजूरी

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने पिछले साल हिंदू अध्ययन केंद्र की स्थापना की जो वर्तमान में मास्टर डिग्री प्रदान करता है. केंद्र स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने की भी योजना बना रहा है. डीयू में पहले से ही बौद्ध अध्ययन के लिए एक विभाग है और मार्च में, इसे 35 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर बौद्ध धर्म में उन्नत अध्ययन केंद्र स्थापित करने के लिए सरकार की मंजूरी मिल गई है.

First Updated : Friday, 12 July 2024