'बस दो राफेल काफी हैं...' - सुवेंदु अधिकारी का बांग्लादेश को कड़ा संदेश
बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने बांग्लादेश की यूनुस सरकार को तालिबान जैसी बताया और चेतावनी दी कि अगर भारत ने चावल, बिजली और कपड़े जैसी जरूरी चीजें भेजना बंद कर दीं, तो बांग्लादेश की हालत खराब हो जाएगी. साथ ही, उन्होंने राफेल जेट्स का जिक्र कर बांग्लादेश को कड़ा संदेश दिया. आखिर क्या है बांग्लादेश में हो रही हिंसा का सच? क्यों बोले सुवेंदु अधिकारी कि शेख हसीना ही असली प्रधानमंत्री हैं? पूरी खबर जानने के लिए आगे पढ़ें.
Suvendu Adhikari Strong Message to Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर बढ़ते हमलों को लेकर भारत में गुस्सा भड़क उठा है. खासकर पश्चिम बंगाल में इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इसी बीच, बीजेपी नेता और बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने बांग्लादेश सरकार को सीधे चेतावनी दी है. उनका कहना है कि बांग्लादेश भारत पर हर मामले में निर्भर है और अगर भारत ने अपनी सप्लाई रोक दी तो उनके हालात और भी खराब हो जाएंगे.
"बांग्लादेश हम पर निर्भर, न कि हम उस पर"
सुवेंदु अधिकारी ने मंगलवार (10 दिसंबर, 2024) को 24 परगना जिले के घोजादंगा में एक प्रदर्शन के दौरान तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा, "बांग्लादेश भारत से बिजली, चावल, चीनी और कपड़े समेत 97 चीजें खरीदता है। अगर भारत यह सब देना बंद कर दे, तो उनकी अर्थव्यवस्था ठप हो जाएगी।" अधिकारी ने यह भी कहा कि झारखंड से मिलने वाली बिजली रुक जाए तो बांग्लादेश के 80% गांव अंधेरे में डूब जाएंगे।
"राफेल फाइटर जेट भेजने की जरूरत पड़ी तो दो ही काफी होंगे"
सुवेंदु अधिकारी ने अपनी बात को और कड़ा करते हुए कहा, "हमारे पास हसीमारा में 40 राफेल फाइटर जेट हैं। अगर इनमें से सिर्फ दो भेज दिए गए, तो बांग्लादेश के लिए वे काफी होंगे।" उन्होंने बांग्लादेश में हो रहे हमलों को तुरंत रोकने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि हिंदू मंदिरों पर हमला बंद करो और वहां शांति बहाल करो।
'यूनुस सरकार तालिबान जैसी है'
सुवेंदु अधिकारी ने बांग्लादेश की मौजूदा सरकार को गैरकानूनी बताते हुए कहा कि मोहम्मद यूनुस सरकार कट्टरपंथी है। उन्होंने कहा, "यह सरकार तालिबान जैसी है, मानवता के खिलाफ काम कर रही है। यह शेख हसीना की वैध सरकार को हटाकर सत्ता में आई है।"
उन्होंने यह भी दावा किया कि जल्द ही शेख हसीना सत्ता में वापसी करेंगी। "शेख हसीना बांग्लादेश की वैध प्रधानमंत्री हैं। वह ढाका एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री के तौर पर ही लौटेंगी और उन्हें सलामी के साथ स्वागत करना होगा," अधिकारी ने कहा।
हिंदू संगठनों ने भी दिखाया गुस्सा
बंगाल में बांग्लादेश की सीमा से सटे इलाकों में बीजेपी और हिंदू संगठनों ने जमकर प्रदर्शन किया। घोजादंगा और आस-पास के इलाकों में लोगों ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे हमलों पर नाराजगी जताई। प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से बांग्लादेश के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की।
16 दिसंबर को होगी बड़ी बैठक
सुवेंदु अधिकारी ने जानकारी दी कि 16 दिसंबर को इस मुद्दे पर एक बड़ी बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने इसे बांग्लादेश के हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के लिए न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
क्या है विवाद की जड़?
हाल के दिनों में बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले, तोड़फोड़ और अल्पसंख्यकों पर हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं। इससे भारत में आक्रोश है। बीजेपी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है और भारत सरकार से बांग्लादेश पर दबाव बनाने की मांग कर रही है।
भारत और बांग्लादेश के बीच गहरी व्यापारिक और ऊर्जा निर्भरता है। ऐसे में सुवेंदु अधिकारी का यह बयान दोनों देशों के संबंधों में नई खटास पैदा कर सकता है। अब सबकी नजरें 16 दिसंबर की बैठक और बांग्लादेश सरकार की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।