Priyanka Gandhi Vadra: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच जुबानी जंग हुई है. दोनों नेताओं के बीच जमकर बयानबाजी हुई है. मध्य प्रदेश में सियासत में कांग्रेस और भाजपा लड़ाई जारी है, दोनों ही पार्टियां मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए पूरी ताकत लगा रही हैं. इस बीच कांग्रेस के महासचिव ने एक रैली में भाजपा नेता सिंधिया पर हमला बोला हैं जिसमें केंद्रीय मंत्री ने भी इसका पलटवार किया है.
MP के दतिया में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा, भाजपा के सभी नेता थोड़े अजीब हैं. सबसे पहले हमारे सिंधिया हैं मैने उनके साथ उत्तर प्रदेश में काम किया है. असल में उनकी हाइट थोड़ी छोटी है, लेकिन अहंकार तो वाह भाई वाह हैं. आगे उन्होंने कहा कि, उनके पास जाने वाले सभी कार्यकर्ता का यही कहना रहा है कि उन्हें महाराज कहना पड़ता है और अगर हम ऐसा नहीं करते हैंतो हमारे मुद्दे को नहीं सुलझाया जाता है.
प्रियंका गांधी पर पलटवार करते हुए सिंधिया ने कहा कि, प्रियंका गांधी जी पार्ट-टाइम नेत्री हैं तो इन दो परंपराओं के फ़र्क़ को समझने की उनमें क्षमता हो, इसकी आशा मैं नहीं करता - किस परिवार के सपूतों ने अफ़ग़ानों से लेकर मुग़लों और अंग्रेजों तक से भारत माता की रक्षा हेतु अपनी जान की क़ुर्बानी दी थी, और किसने चीन से भारत की रक्षा करना तो दूर, उन्हें भारतीय ज़मीन ही भेंट के रूप में दे दी थी ? किस परिवार की दूसरी पीढ़ी ने सत्ता के लोभ में इमरजेंसी लगायी थी? और आज भी किस परिवार की वर्तमान पीढ़ी स्वयं विदेशी मंचों पर जाकर देश को बदनाम कर रही है?
आगे उन्होंने लिखा कि, "क़ाबिलियत को क़द से तोलने वाले अहंकार का पाठ पढ़ाने से पहले, कृपया स्वयं आईने में झांक लें. भ्रष्टाचारियों और वादाख़िलाफ़ियों के शासन को बार बार सिंधिया परिवार ने बदला है, और पुनः आपका सूपड़ा साफ़ मध्यप्रदेश से जनता करने जा रही है.
आगे उन्होंने लिखा कि, "अपने भाषण के दौरान ग्वालियर चंबल को “ग्वालियर चंबा” कहने वालीं प्रियंका गांधी जी को मेरे परिवार पर आक्रमण करने के लिए भी एक पर्चे पर लिखी लाइनों की आवश्यकता पड़ी। उनकी सोच और ग्वालियर चंबल को लेकर समझ कितनी है, इसका अंदाज़ा भी लग गया. ग्वालियर-चंबल की मेरी जनता से अनुरोध है कि इस अपमान और निम्न स्तर के भाषण का उत्तर ज़रूर 17 नवंबर को अपना मतदान करके दें, और कांग्रेस पार्टी को सबक़ सिखाएँ. First Updated : Thursday, 16 November 2023