वो दैत्य है..., Kangana Ranaut का उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला, बताया MVA को क्यों मिली हार
Maharashtra Assembly elections: अभिनेत्री से सांसद बनी कंगना रनौत का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों पर बड़ा बयान सामने आ रहा है. मीडिया से बातचीत के दौरान कंगना रनौत ने उद्धव ठाकरे को दैत्य करार दिया. उन्होनें कहा कि चुनाव में एमवीए की हार की वजह महिलाओं का सम्मान न करना है.
Maharashtra Assembly elections: भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर जोरदार हमला बोला है. कंगना ने उद्धव ठाकरे को 'दैत्य' करार दिया और कहा कि महा विकास आघाड़ी (MVA) की हार का कारण महिलाओं का सम्मान न करना है.
भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति की बड़ी जीत के बाद दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए कंगना ने अपने विचार व्यक्त किए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की. कंगना ने 2020 में महाराष्ट्र की तत्कालीन महा विकास आघाड़ी सरकार के साथ हुई अपनी कड़वाहट भरी लड़ाई का भी जिक्र किया. उस दौरान उनके बांद्रा स्थित बंगले में बीएमसी द्वारा तोड़फोड़ की गई थी.
#WATCH | Delhi | On Maharashtra Assembly elections, BJP MP Kangana Ranaut says, "This is a historic win for our party. All of us are very excited and we are grateful to the people of the nation...I anticipated the defeat (of Maha Vikas Aghadi)..." pic.twitter.com/O5zuzvfrWc
— ANI (@ANI) November 24, 2024
MVA की हार पर कंगना का बयान
कंगना ने कहा, "मुझे उद्धव ठाकरे की बुरी हार की उम्मीद थी. हम पहचान सकते हैं कि कौन 'देवता' है और कौन 'दैत्य' है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे महिलाओं का सम्मान करते हैं या नहीं." भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति की जीत पर कंगना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे बड़े नेता हैं. मेरा मानना है कि उनका जन्म देश के उद्धार के लिए हुआ है. वे अजेय हैं."
महायुति की ऐतिहासिक जीत
महाराष्ट्र में महायुति ने 288 में से 233 सीटें जीतकर विपक्षी महा विकास आघाड़ी को करारी शिकस्त दी. MVA मात्र 49 सीटों पर सिमट गई, जिससे वह विपक्ष के नेता का पद भी नहीं पा सकी. कंगना ने महाराष्ट्र के लोगों को विकास और स्थिरता के लिए वोट देने के लिए धन्यवाद दिया.
कंगना के बंगले में बीएमसी की तोड़फोड़
2020 में बीएमसी ने कंगना के बांद्रा स्थित बंगले को अवैध निर्माण बताते हुए ध्वस्त कर दिया था. बाद में बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई को "दुर्भावनापूर्ण" करार देते हुए इसे रद्द कर दिया और कंगना को मुआवजे का हकदार बताया.