कपिल सिब्बल का बड़ा आरोप: कार्रवाई के पीछे तानाशाही... ईडी का नोटिस कांग्रेस को 'पंगु' बनाने की साजिश?

नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने कांग्रेस से जुड़ी अहम संपत्तियों को कब्जे में लेने का नोटिस जारी किया है, और इसके बाद कपिल सिब्बल ने सरकार पर हमला बोलते हुए इसे लोकतंत्र पर हमला और तानाशाही की ओर बढ़ते कदम कहा है. उनका कहना है कि यह सब कांग्रेस को पंगु बनाने के लिए किया जा रहा है. सिब्बल ने आरोप लगाया कि ईडी और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष को दबाने के लिए किया जा रहा है. कांग्रेस ने इसे बदला लेने की साजिश करार दिया है. क्या यह वाकई में लोकतंत्र की हत्या है? पूरी खबर में जानिए सिब्बल के बयान से लेकर ईडी की कार्रवाई तक!

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Edited By: Aprajita

Kapil Sibal Strong Warning: राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने रविवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस से जुड़ी संपत्तियों को कब्जे में लेने के नोटिस जारी करने की कड़ी निंदा की. सिब्बल ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार देते हुए आरोप लगाया कि सरकार विपक्षी दलों को पंगु बनाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.

ईडी ने 661 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कुर्क करने का नोटिस जारी किया है जो कि नेशनल हेराल्ड और इसके सहायक संगठन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) से जुड़ी हैं. यह कदम मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत उठाया गया है, और इन संपत्तियों में दिल्ली, मुंबई और लखनऊ स्थित महत्वपूर्ण संपत्तियां शामिल हैं.

कपिल सिब्बल का हमला: 'लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही'

सिब्बल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'आप जुबानी तौर पर लोकतंत्र का समर्थन करते हैं, लेकिन असलियत में आप तानाशाही की तरफ बढ़ रहे हैं.' उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा हिंदू-मुस्लिम एजेंडे पर अपनी राजनीति कर रही है और विपक्ष को खत्म करना चाहती है.

ईडी द्वारा कुर्क की गई संपत्तियों में हेराल्ड हाउस (दिल्ली), बांद्रा (मुंबई) और लखनऊ में एजेएल की बिल्डिंग शामिल हैं. इसके अलावा, ईडी ने जिंदल साउथ वेस्ट प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को भी नोटिस दिया है, जो इन संपत्तियों से जुड़ी हैं. सिब्बल ने यह भी कहा कि यह कार्रवाई कांग्रेस पार्टी को पंगु बनाने के उद्देश्य से की जा रही है ताकि पार्टी के पास काम करने के लिए कोई दफ्तर न रहे.

सरकार पर हमला: एजेंसियों का दुरुपयोग

सिब्बल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह विपक्षी नेताओं को परेशान करने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने विशेष रूप से सीबीआई और ईडी के दुरुपयोग पर सवाल उठाए, जिससे विपक्षी नेता और कांग्रेस के मुख्यमंत्री अस्थिर हो रहे हैं.

नेशनल हेराल्ड की स्थापना और कांग्रेस का पक्ष

कपिल सिब्बल ने यह भी बताया कि नेशनल हेराल्ड की स्थापना स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा की गई थी, और कांग्रेस ने कई सालों तक उस पर 90 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया था. उनका कहना था कि कांग्रेस ने अपनी संपत्तियों को देश के हित में इस्तेमाल किया है, और यंग इंडिया कंपनी का गठन इस उद्देश्य से किया गया था कि कोई भी शेयरधारक लाभ प्राप्त नहीं करेगा.

कांग्रेस का आरोप: 'यह बदला लेने की साजिश है'

कांग्रेस ने इस पूरे मामले को 'प्रतिकारी प्रतिशोध करार दिया और आरोप लगाया कि ईडी भाजपा के 'गठबंधन सहयोगी' के रूप में काम कर रही है. यह मामला तब सामने आया जब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2014 में एक शिकायत दायर की थी, जिसके आधार पर ईडी ने जांच शुरू की. ईडी का आरोप है कि यंग इंडिया ने एजेएल की संपत्तियां महज 50 लाख रुपये में खरीदीं, जबकि उनकी वास्तविक कीमत 2,000 करोड़ रुपये थी.

सिब्बल का कहना: कांग्रेस की प्रतिष्ठा को नष्ट किया जा रहा है

सिब्बल ने यह भी कहा कि यह कार्रवाई विपक्ष और कांग्रेस की प्रतिष्ठा को नष्ट करने का एक तरीका है. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह चुनावी लाभ के लिए इस प्रकार की साजिशों का हिस्सा बन रही है.

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13 April 2025, 04:58 PM IST

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