Karnataka News: आप जब कहीं घूमने निकलते होंगे तो निश्चित ही कहीं न कहीं सिगरेट की गुल, गुटखे की पीक देखने को मिल जाती होगी. इतना ही नहीं कुछ लोग तो दार्शनिक और पर्यटन वाली स्थानों पर शराब का सेवन भी करते दिख जाते हैं. वहीं फोन तो आम बात है. हर कोई आजकल रील बनाने के चक्कर में घूमने कम और रील बनाने ज्यादा जाता है. इससे वहां आए अन्य लोगों को परेशानी तो होती ही है. वो स्थान भी दूषित हो जाता है. इसी कारण कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने बड़ा फैसला लिया है और मैसूर के चामुंडी हिल्स में धूम्रपान, शराब और गुटखा के साथ ही फोन बैन कर दिया है. हालांकि, इसका विरोध भी होने लगा है.
कर्नाटक सरकार ने 3 सितंबर 2024 को मैसूर के चामुंडी हिल्स में धूम्रपान, शराब और गुटखा पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की घोषणा की. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि चामुंडी दर्शन के दौरान मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई जाएगी. इससे यहां आने वाले लोगों को परेशानी नहीं होगी और स्थान को भी दूषित होने से बचाया जा सकेगा.
मुख्यमंत्री ने बताया कि चामुंडी हिल्स में भक्तों की सुविधा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाएगा और प्रसाद वितरण के लिए बेहतर प्रबंध किए जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि यहां आने वाले भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा. सरकार के इस कदम का उद्देश्य चामुंडी हिल्स को भक्तों के लिए और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना है.
- केंद्र सरकार की प्रसाद योजना के तहत 11 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि जारी की जाएगी.
- इसके साथ ही चामुंडी हिल्स के आसपास के 24 अन्य मंदिरों का भी विकास किया जाएगा.
- इसके साथ ही सरकार प्रदेश के अन्य मंदिरों के विकास की योजना बना रही है.
सरकार के इस प्रतिबंध वाले फैसले का मैसूर के पूर्व राजपरिवार ने आवाज उठाई है. भाजपा सांसद यदुवीर वोडेयार ने सीकेडीए की बैठक के खिलाफ अदालत में चल रही सुनवाई का हवाला देते हुए कहा कि यह बैठक अदालत के आदेश का उल्लंघन है. उन्होंने सरकार पर धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप का आरोप लगाया.