केंद्र के खिलाफ मुख्यमंत्रियों का गुट बना रहे हैं CM सिद्धारमैया, इन मुद्दों पर करेंगे चर्चा
Karnataka News: गैर NDA और गैर BJP सरकार वाले राज्यों को हमेशा इस बात की शिकायत रहती है कि केंद्र को द्वारा उनके साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है. उन्हें करों का आवंटन सही से नहीं किया जा रहा है. प्रदर्शन अच्छा होने के बाद भी उन्हें कम पैसे मिल रहे हैं. ऐसे में कर्नाटक के CM सिद्धारमैया ने देश के 8 मुख्यंत्रियों को एक मंच पर लाने की पहल की है.
Karnataka News: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार द्वारा करों के भेदभावपूर्ण कर आवंटन को लेकर आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है. उन्होंने इन सभी को बेंगलुरु में आयोजित एक सम्मेलन में शामिल होने का निमंत्रण दिया है. यहां वो वित्तीय संघवाद के मुद्दों पर सामूहिक रूप से विचार-विमर्श करने की बात कर रहे हैं. यह आयोजन उस समय हो रहा है जब वित्त आयोग को दिशा परिवर्तन और विकास एवं बेहतर कर संग्रहण के लिए प्रोत्साहन की आवश्यकता है.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक और अन्य राज्यों, जिनका प्रति व्यक्ति सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) अधिक है, को उनके आर्थिक प्रदर्शन के बावजूद कम कर आवंटन मिल रहा है. यह भेदभावपूर्ण दृष्टिकोण सहकारी संघवाद की भावना को कमजोर करता है और प्रगतिशील राज्यों की वित्तीय स्वायत्तता को खतरे में डालता है.
पत्र में और क्या लिखा?
मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा कि '16वें वित्त आयोग ने अपनी चर्चा शुरू कर दी है. पिछले वित्त आयोगों ने दक्षता और प्रदर्शन की तुलना में समानता पर अधिक जोर दिया है. परिणामस्वरूप, जिन राज्यों का GSDP अधिक है और जो केंद्र सरकार को कर राजस्व में बड़ा योगदान देते हैं उन्हें केंद्रीय वित्तीय हस्तांतरण का कम हिस्सा मिल रहा है.
अच्छे प्रदर्शन वाले राज्यों के वित्तीय अवसर सीमित
मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा कि 16वें वित्त आयोग के 29-30 अगस्त 2024 के कर्नाटक दौरे के दौरान उन्होंने इस मुद्दे पर जोर दिया कि समानता पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित करने से अच्छे प्रदर्शन वाले राज्यों को नुकसान हो रहा है. इससे इन राज्यों की भौतिक और मानव संसाधन में निवेश करने की क्षमता पर गंभीर प्रतिबंध लग रहे हैं. उनके करदाता भी उम्मीद करते हैं कि उनके करों का एक उचित हिस्सा उन्हें वापस मिले.
समानता, दक्षता और प्रदर्शन में संतुलन की आवश्यकता
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि जो राज्य देश के GDP और कर राजस्व में मजबूत योगदान देते हैं, वे राष्ट्र निर्माण में कई प्रकार से मदद करते हैं. इसलिए, यह आवश्यक है कि समानता, दक्षता और प्रदर्शन के बीच संतुलन बनाया जाए ताकि संघ को राजनीतिक और आर्थिक दोनों रूप से मजबूत किया जा सके.
तिरुवनंतपुरम में वित्त मंत्रियों का सम्मेलन
इस बीच, गुरुवार को तिरुवनंतपुरम में पांच राज्यों के वित्त मंत्रियों का एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया है. इस सम्मेलन में 16वें वित्त आयोग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया, जिसमें वित्त मंत्री के.एन. बालगोपाल ने अध्यक्षता की. इस सम्मेलन में तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री भट्टी विक्रमार्का मल्लू, कर्नाटक के राजस्व मंत्री कृष्णा बायर गौड़ा, पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, और तमिलनाडु के वित्त मंत्री थंगम तेनारासु सहित अन्य प्रमुख नेता भाग ले रहे हैं.