कर्नाटक विधासभा चुनाव में मतदान से कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बेलगावी दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र में एक मेगा रोड शो किया। इसके बाद कर्नाटक के बाहलकोट में अमित शाह ने एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 'पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने के फैसले को कांग्रेस पचा नहीं पा रही है। पीएफआई पर प्रतिबंध लगाकर हमने न केवल कर्नाटक बल्कि देश में भी शांति कायम की है। उन्होंने आगे कहा कि मुझसे पत्रकारों ने पूछा कि कर्नाटक का चुनाव बजरंग बली पर चला गया है तो मैंने कहा कि बजरंगी बली तो अपने मंदिर में ही थे, ये कांग्रेस पार्टी बजरंग बली को चुनाव के मैदान में ले आई है।
अमित शाह ने आगे कहा कि 'कांग्रेस पार्टी की तुष्टिकरण की नीति... जिसके कारण इन्होंने सालों तक प्रभु श्रीराम को ताले के अंदर बंद करके रखा और आज बजरंग बली को बदनाम करने पर तुले हैं। हमने धर्म के आधार पर आरक्षण खत्म किया। इसने उन अन्य समुदायों के लिए आरक्षण बढ़ा दिया जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता थी। कांग्रेस दावा कर रही है कि सत्ता में आने पर वह मुस्लिम आरक्षण को 4% से बढ़ाकर 6% कर देगी।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि 'केंद्र, गोवा और कर्नाटक में सरकार होने के बावजूद कांग्रेस महादयी नदी के मुद्दे को हल करने में असमर्थ थी। हालांकि, जब भाजपा की सरकार बनी, तो हमने लंबे समय से लंबित इस मुद्दे को सुलझा लिया कांग्रेस के लिए, कर्नाटक एक एटीएम है, और वे राज्य के लिए निर्धारित धन को लूट लेंगे। कांग्रेस ने कर्नाटक में पांच गारंटी दी है। हालांकि, जहां भी उन्होंने गारंटी दी है, वे चुनाव हार गए हैं। राहुल, आपके गारंटियों का कोई मूल्य नहीं है। कांग्रेस ने लिंगायतों के लिए कुछ नहीं किया लेकिन उन्हें उनका वोट चाहिए। कांग्रेस ने लिंगायत समुदाय से केवल दो मुख्यमंत्री बनाए थे, हालांकि गांधी परिवार द्वारा दोनों का अपमान किया गया और उन्हें हटा दिया गया।' First Updated : Sunday, 07 May 2023