Mehbooba Mufti: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज (16 जुलाई) केंद्र शासित प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े करने के साथ डीजीपी आर आर स्वैन को बर्खास्त करने की मांग की है. इस दौरान उन्होंने उन पर कश्मीरियों के साथ "पाकिस्तानियों" जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया. महबूबा मुफ़्ती ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जबकि पाकिस्तान से घुसपैठ हो रही है, डीजीपी क्या कर रहे हैं? घुसपैठ रोकना मेरा काम है या उमर अब्दुल्ला का? सीमा पर कौन है? स्थिति से निपटने के लिए कौन है? पुलिस बल का सैन्यीकरण किसने किया है? कश्मीरियों की सोच को किसने अपराधी बनाया है?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुफ्ती ने आरोप लगाया कि लोगों को अपने विचार व्यक्त करने और विरोध करने की अनुमति नहीं दी जा रही है और जो लोग ऐसा करते हैं उन्हें जेल भेजा जा रहा है. उन्होंने सवाल किया, "इस व्यक्ति (डीजीपी) ने क्या हासिल किया है?" "सभी कश्मीरी, खासकर बहुसंख्यक समुदाय उनके (डीजीपी) द्वारा अलग-थलग कर दिए गए हैं. वह उनके साथ पाकिस्तानी जैसा व्यवहार कर रहे हैं. वह बंदूक की नली से बात कर रहे हैं, पासपोर्ट, सत्यापन और सुरक्षा एजेंसियों को हथियार बनाकर.'
इस बीच जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए महबूबा मुफ्ती ने यह भी टिप्पणी की कि भाजपा अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद "सब चंगा है" के नारे के साथ अपने कथानक को आगे बढ़ा रही है. ईडी, एसआईए और एसआईयू द्वारा छापे मारे जा रहे हैं. लोग कुछ भी बोल या दिखा नहीं सकते. सब कुछ उनके कंट्रोल में है. हम सत्ता में नहीं हैं; हुर्रियत नेता जेल में हैं या मर चुके हैं.
उत्तरी कश्मीर में लोगों ने एक ऐसी आवाज़ को चुनना पसंद किया जो आत्मनिर्णय और जनमत संग्रह के बारे में बोलती हो. एक राष्ट्रवादी ताकत का चुनाव नहीं किया गया. क्या यह सरकार की अक्षमता नहीं है? वे अपनी कमियों को छिपाना चाहते हैं. डीजीपी को बर्खास्त किया जाना चाहिए.'
पीडीपी प्रमुख की प्रतिक्रिया जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रमुख आरआर स्वैन के बयान के बाद आई है, जिन्होंने कश्मीरी नागरिक समाज में पाकिस्तान की 'सफल' घुसपैठ के लिए क्षेत्रीय दलों को दोषी ठहराया था. स्वैन ने सोमवार को यहां तक आरोप लगाया था कि तथाकथित मुख्यधारा के राजनीतिक दल अपनी चुनावी संभावनाओं को बढ़ाने के लिए कभी-कभी सीधे तौर पर आतंकवादी नेटवर्क के नेताओं को बढ़ावा देते हैं.
First Updated : Tuesday, 16 July 2024