Kedarnath Ropeway : कामाख्या और केदारनाथ मंदिर के बाद महाकालेश्वर के लिए जल्द शुरू होगी रोपवे कनेक्टिविटी, सरकार का ये है प्लान
Mahakaleshwar Ropeway Connectivity : कामाख्या और केदारनाथ मंदिरों के लिए पहले ही टेंडर जारी किए जा चुके हैं. अब महाकालेश्वर मंदिर रोपवे कनेक्टिविटी के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे.
Ropeway Connectivity : भारत में बहुत से प्रचीन और ऐतिहासिक मंदिर, किले और भवन स्थित हैं. देश-विदेश से हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक भारत दर्शन के लिए आते हैं. वहीं कामाख्या मंदिर, केदारनाथ, महाकालेश्वर जैसे प्राचीन मंदिर में बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं. श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए सरकार अहम व्यवस्था करती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कामाख्या और केदारनाथ मंदिरों के लिए पहले ही टेंडर जारी किए जा चुके हैं. अब महाकालेश्वर मंदिर रोपवे कनेक्टिविटी के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे.
सरकार का प्लान
केंद्र सरकार महाकालेश्वर मंदिर के अलावा अमरनाथ मंदिर तक रोपवे कनेक्टिविटी पर विचार कर रही है. माना जा रहा है कि इस पर बहुत जल्द फैसला लिया जा सकता है. सरकार ने रोपवे इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े निवेश की योजना बनाई है. इससे पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रोपवे एक्सपो में ऐलान किया कि अगले पांच सालों में राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम पर्वतमाला परियोजना के तहत 1.25 लाख करोड़ रुपये की 200 से ज्यादा परियोजनाओं को पूरा करने का फैसला लिया गया है.
पर्यटन उद्योग को मिलेगी गति
केंद्र सरकार ने पर्वतमाला परियोजना के तहत देश में रोपवे सुविधा को विकसित करने की योजना बनाई है. यह पर्यटन को बढ़ावा देने और दूरदराज के पहाड़ी क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में सुधार पर केंद्रित है. नितिन गडकरी ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता समग्र परियोजना लागत को कम करके रोपवे को आर्थिक रूप से व्यवहार्य बनाना और देश में रोपवे नेटवर्क विकसित करने के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी को प्रोत्साहित करना होना चाहिए. रोपवे से देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे साथ ही पर्यटन उद्योग के सृजन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.