Keshav Prasad Maurya: विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' पर केशव प्रसाद मौर्य ने साधा निशाना, कही ये बात
Keshav Prasad Maurya: केशव प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से विरोधी दलों के गठबंधन पर हमला बोला है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार का जिक्र करते हुए विरोधी दलों पर भी निशाना साधा है.
हाइलाइट
- विपक्षी दलों के गठबंधन पर केशव प्रसाद मौर्य ने बोला हमला.
- इंडिया गठबंधन में शामिल दलों पर भी बोले यूपी डिप्टी सीएम.
- चुनाव से पहले देश के नाम बदलने को लेकर विवाद जारी है.
Keshav Prasad Maurya: केंद्र सरकार द्वारा संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने और देश का नाम भारत या इंडिया को लेकर एक सियासी जंग छिड़ चुका है. विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह मांग भी कर चुका है कि विशेष सत्र में किस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी इसकी पूरी जानकारी विशेष सत्र से पहले उपलब्ध कराई जाए. वहीं भारत और इंडिया नाम को लेकर भी विपक्ष और सत्ता पक्ष आमने-सामने है. इस बीच उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से विरोधी दलों के गठबंधन पर हमला बोला है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार का जिक्र करते हुए विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि गठबंधन में शामिल दल भी कांग्रेस की तरह हैं तो ये कभी देश के बारे में सकारात्मक नहीं सोच सकते हैं.
इंडिया गठबंधन को बताया घमंडिया गठबंधन
सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में यूपी के डिप्टी सीएम ने लोकसभा चुनाव में एनडीए का मुकाबला करने के लिए बनाए गए विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया पर निशाना साधते हुए इसे घमंडिया गठबंधन करार दिया है और कहा कि इन सभी दलों ने कांग्रेस की तरह हीनता ओढ़ी हुई है. जो भारत के बारे में अच्छा नहीं सोच सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि 'घमंडिया गठबंधन के बाकी दलों ने गांधी परिवार सरीखी हीनता ओढ़ रखी है जो अद्भुत भारत के बारे में रत्ती भर भी सकारात्मक नहीं सोच सकते.'
विपक्ष गठबंधन इंडिया पर हमलावर हुए डिप्टी सीएम
आपको बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य का ने यह ट्वीट ऐसे समय पर किया है जब देश का नाम इंडिया या भारत किए जाने को लेकर घमासान छिड़ा है. बीजेपी के ज्यादार नेताओं ने देश का नाम इंडिया से भारत में बदलने के कवायद के समर्थन कर रहे हैं. उनका कहना है कि देश का प्राचीन नाम भारत है. इंडिया नाम अंग्रेजों का दिया गया है, इंडिया नाम गुलामी का प्रतीक है तो वहीं विपक्षी दलों का कहना है कि हमारे देश के संविधान में दोनों नामों को मान्यता दी गई है.
2024 लोकसभा चुनाव से पहले देश का नाम बदलने को लेकर चल रहे विवाद पर विपक्ष का कहना है कि मोदी सरकार उनके गठबंधन के नाम से घबरा गई है, इसलिए अब उन्हें इंडिया नाम से ही नफरत हो गई है.