Khalistan Threat: खालिस्तान समर्थकों की धमकियों के बीच अजित डोभाल ब्रिटेन के NSA से करेंगे मुलाकात

Khalistan Protest London: ब्रिटेन में खालिस्तानी समर्थक भारत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. आठ जुलाई को अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस ने खालिस्तान स्वतंत्रता रैली निकालने की घोषणा की है. ऐसे में ये दोनों देशों के एनएसए के बीच अहम मुलाकात होगी.

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Khalistan Protest London: लंदन में खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग का घेराव करने की धमकी दी है. इस बीच ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) टिम बैरो भारत आ रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, सात जुलाई को टिम बैरो अपने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल से मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है कि इस दौरान दोनों के बीच लंदन में खालिस्तानी चरमपंथी की धमकियों समेत कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.

काफी अहम होगी ये मुलाकात 

ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थकों की धमकियों के बीच दोनों देशों के एनएसए की ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. पिछले कुछ दिनों से खालिस्तानी समर्थक कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन में काफी सक्रिय हुए है. हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हत्या के बाद खालिस्तानी समर्थक भारत के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे है. उनका आरोप है कि भारतीय राजनयिकों के इशारे निज्जर की हत्या की गई है. 

ब्रिटेन में आठ जुलाई को अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस ने खालिस्तान स्वतंत्रता रैली निकालने की घोषणा की है. इसके लिए खालिस्तान समर्थक नेताओं ने एक पोस्टर भी जारी किया है. उस पोस्टर का टाइटल किल इंडिया रखा गया. इस बीच भारतीय एनएसए अजित डोभाल की ब्रिटेन के एनएसए टिम बैरो के साथ होने वाली मुलाकात काफी अहम है. 

वायरल हो रहा पोस्टर 

सिख फॉर जस्टिस की रैली का पोस्टर कई ट्विटर अकाउंट्स से शेयर किया जा रहा है. ज्ञात हो कि इससे पहले सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर खालिस्तानी समर्थकों ने हमला किया था. इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाए कनाडा और अमेरिका में भारतीय राजनयिकों को धमकियां भी दी गई थी. अब सिख फॉर जस्टिस की ओर से भारत विरोधी पोस्टर जारी किया गया. 

ब्रिटिश सरकार ने दी थी चेतावनी  

ब्रिटिश विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली ने ट्वीट कर कहा, "लंदन में भारतीय उच्चायोग पर कोई भी सीधा हमला पूरी तरह से अस्वीकार्य है. हमने ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोराइस्वामी और भारत सरकार को स्पष्ट कर दिया है कि उच्चायोग में कर्मचारियों की सुरक्षा सर्वोपरि है." First Updated : Friday, 07 July 2023