अग्निपथ योजना को लेकर खरगे का बयान, चुनाव के कारण सरकार ने कबूल की कमियां
Agnipath Yojna: एक प्रोगाम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर अग्निपथ योजना में कमी दिखा और सुधार की जरूरत हुई तो हम बदलाव करेंगे. इस पर खरगे ने हमला बोला है.
Mallikarjun Kharge On Agnipath Yojna: देश में आगानमी लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गर्माया हुआ है. बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है. इस दौरान वार-पलटवार भी देखने को मिल रहा है. अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. दरअसल रक्षा मंत्री राजनाथ द्वारा अग्निपथ योजना के बारे में दिए गए बयान खरगे ने हमला किया है. उन्होंने गुरुवार को आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने के बाद अब चुनाव की वजह से इस योजना की खामियां कबूल कर रहे हैं.
केंद्र सरकार पर खरगे का हमला
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि केंद्र सरकार को युवाओं से मांफी मांगनी चाहिए. इतने समय बाद उन्हें अग्निपथ योजना की खामियां दिखाई दी. खरगे ने एक्स पोस्ट में कहा कि देश के रक्षा मंत्री ने कहा कि वो अग्निपथ योजना में सुधार व बदलाव करने के लिए तैयार हैं. इससे पता चलता है कि मोदी सरकार द्वारा लाखों देशभक्त युवाओं पर थोपी गई अग्निपथ योजना अब काम नहीं कर रही हैं. उनका कहना था कि कांग्रेस ने वादा किया है कि हमारी सरकार अग्निपथ योजना को बंद करेगी. इस योजना ने हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर किया है.
देश के रक्षा मंत्री ने (बशर्त) कहा है कि वो अग्निवीर योजना में सुधार व बदलाव करने के लिए तैयार है।
— Mallikarjun Kharge (@kharge) March 28, 2024
इससे पता चलता है कि मोदी सरकार द्वारा लाखों देशभक्त युवाओं पर थोपी अग्निवीर योजना अब काम नहीं कर रही है।
पहले तो मोदी सरकार ने हमारे लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ क़िया, अब… pic.twitter.com/S9hB5q4Fvn
अग्निपथ योजना पर रक्षा मंत्री का बयान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में अग्निपथ योजना को लेकर बात की. उन्होंने बचाव करते हुए कहा कि युवाओं की भर्ती से जोखिम लेने की भावना बढ़ेगी और प्रौद्योगिकी-कुशल सशस्त्र बल तैयार होंगे. उन्होंने कहा कि अग्निवीर जवानों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर हमें कोई कमियां दिखती हैं तो हम उन्हें सुधारने को तैयार हैं.