कांग्रेस के घोषणा पत्र पर PM मोदी से चर्चा करेंगे खड़गे, मिलने के लिए मांगा वक्त, आखिर क्यों?
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकर्जुन खरगे देश के प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहते हैं. जिसके लिए उन्होंने समय भी मांगा है. दरअसल वो अपनी पार्टी के घोषणा पत्र को लेकर पीएम मोदी से मुलकात करना चाहते हैं. साथ ही ‘न्याय पत्र’ को लेकर भी अपना पक्ष रखने वाले हैं.
देश में लोकसभा चुनाव हो रहे है. इस बीच तमाम पार्टियां अपने वादे और गांरटी जनता के सामने पेश कर रही है. वहीं अब खबर है कि कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकर्जुन खरगे देश के प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहते हैं. जिसके लिए उन्होंने समय भी मांगा है. दरअसल वो अपनी पार्टी के घोषणा पत्र को लेकर पीएम मोदी से मुलकात करना चाहते हैं. साथ ही ‘न्याय पत्र’ को लेकर भी अपना पक्ष रखने वाले हैं. इस बात की जानकारी खुद कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दी है. उन्होंने बताया कि खरगे पार्टी के घोषणा पत्र पर दिए गए बयानों को लेकर बात करने वाले हैं.
कंग्रेस ने घोषणा पत्र में इन बातों का रखा ध्यान
बता दें कि देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के लिए सभी सियासी पार्टीयां अपना जोर लगा रही है. अधिकतर पार्टीयों ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. कांग्रेस ने भी इस महीने अपना घोषणा पत्र जारी किया है. इस घोषणा पत्र को न्याय पत्र का नाम दिया गया है. साथ ही इस पत्र में कांग्रेस ने महिला, किसान, बेरोजगार और नौजवानों काफी ध्यान रखा है. हांलाकि इस घोषणा पत्र पर पीएम मोदी ने जमकर निशाना साधा है.
पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर साधा निशाना
कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी करने के बाद पीएम मोदी ने हमला करते हुए कहा कि "कांग्रेस के घोषणा पत्र में पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है और इस मुस्लिम लीग वाले घोषणा-पत्र में जो कुछ हिस्सा बचा-खुचा रह गया, उसमें वामपंथी पूरी तरह हावी हो चुके हैं". इसके साथ ही पीएम ने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण के दलदल में इतना डूब गई है कि कभी भी उससे बाहर नहीं निकल सकती है. पीएम ने ये तक कह डाला कि वो कांग्रेस का नहीं, बल्कि मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र है. वहीं राजस्थान के बांसवाड़ा में पीएम मोदी ने एक चुनावी जनसभा के संबोधन में कहा कि कांग्रेस में अर्बन नक्सलवाद सोच आज भी जिंदा है.