मोदी कैबिनेट में एक बड़ा फेरबदल हुआ है. जिसके तहत केंद्रीय कानून मंत्री के पद से किरेन रिजिजू की विदाई हो गई है. रिजिजू की जगह अब अर्जुन राम मेघवाल लॉ मिनिस्टर होंगे. राष्ट्रपति भवन ने नोटिफिकेशन में बताया कि मेघवाल को स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया है. किरेन रिजिजू बतौर केंद्रीय कानून मंत्री लगातार चर्चा में रहे
उन्होंने हाल के दिनों में मुखर होकर न्यायपालिका और सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम व्यवस्था पर सवाल खड़े कर वो सुर्खियों में आ गए थे. उन्होंने कॉलेजियम को लेकर कहा था कि देश में कोई किसी को चेतावनी नहीं दे सकता है. देश में सभी लोग संविधान के हिसाब से काम करते हैं. उन्होंने रिटायर्ड जजों पर भी बयान दिया था. कहा था- कुछ रिटायर्ड जज एंटी इंडिया ग्रुप का हिस्सा बन गए हैं. रिजिजू के इस बयान से न्यायपालिका बनाम सरकार जैसी स्थिति बनी और इसकी वजह से सरकार को असहज स्थिति का भी सामना करना पड़ा. रिजिजू को केंद्रीय कानून मंत्री के पद से हटाने के पीछे यह भी एक वजह मानी जा रही है.
किरेन रिजिजू के बयानों के चलते ही बीते कुछ माह पहले ही 90 रिटायर्ड अफसरों ने इस पर नाराजगी जताई थी और कानून मंत्री को पत्र लिखा था. इस पत्र में रिजिजू के बयानों की निंदा की गई और कहा गया कि न्यायिक स्वतंत्रता से समझौता नहीं किया जा सकता. वहीं वकीलों के एक ग्रुप ने भी किरेन रिजिजू के बयानों का विरोध किया और कहा था कि उन्होंने संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन किया है.
पीएम नरेंद्र मोदी की सलाह पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंत्रिमंडल में बदलाव को मंजूरी दी है. अब रिजिजू को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. रिजिजू अरुणाचल पश्चिम लोकसभा सीट से सांसद बीजेपी सांसद हैं. रिजिजू को 2021 में कानून मंत्री बनाया गया था. किरन रिजिजू का जन्म 19 नवंबर, 1971 को अरुणाचल प्रदेश के वेस्ट कामेंग जिले में हुआ था. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हांसिल की थी.