Octocopter Drone: भारतीय सेना के पास अब एक ऐसा ऑक्टोकॉप्टर' ड्रोन आ गया है कि यह सिर्फ निगरानी या जासूसी ही नहीं कर सकता. बल्कि ग्रैनेड दाग सकता है AK-47 भी चला सकता है. साथ ही दुश्मन के हथियारों के एक ही झटके में गिराकर उस तबाह कर सकता है.
बहुउद्देशीय ऑक्टोकॉप्टर ऑपरेटर को लाइव कैमरा फ़ीड प्रदान करते हुए निगरानी कार्य कर सकता है. इसका उपयोग उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों (HAA) सहित अग्रिम चौकियों पर आवश्यक आपूर्ति पहुंचाने के लिए किया जा सकता है. बहुउद्देश्यीय ऑक्टोकॉप्टर को दुश्मन के ठिकानों पर असॉल्ट राइफलें दागने और ग्रेनेड गिराने के लिए एक प्लेटफॉर्म से भी सुसज्जित किया गया है. इसलिए, बहुउद्देश्यीय ऑक्टोकॉप्टर में परिचालन क्षेत्रों और स्थितियों में एक शक्ति गुणक बनने की क्षमता है.
जहां परिचालन रसद की डिलीवरी के लिए अंतिम-मील कनेक्टिविटी एक चुनौती है. यह उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों और पर्वतीय इलाकों में दूरदराज की चौकियों पर तैनात सैनिकों को आवश्यक आपूर्ति की डिलीवरी के लिए विशेष रूप से उपयोगी होगा. बहुउद्देशीय ऑक्टोकॉप्टर दूरवर्ती मंच से दुश्मन पर निगरानी रखने और उससे निपटने में सक्षम बनाकर ऑपरेशन के दौरान सेना की सहायता भी करेगा. इन-हाउस विकसित इनोवेशन का परीक्षण पहले ही मैदानी और ऊंचाई वाले क्षेत्रों दोनों में सफलतापूर्वक किया जा चुका है.
भारतीय सेना की सिख रेजिमेंट के हवलदार वरिंदर सिंह ने एक 'बहुउद्देशीय ऑक्टोकॉप्टर' विकसित किया है, जो न केवल निगरानी अभियान चला सकता है, बल्कि ग्रेनेड गिराने, एके-47 जैसे हथियारों से फायरिंग करके लक्ष्यों पर हवाई हमला करने और रसद जैसे अन्य कार्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. हवलदार वरिंदर सिंह को उनकी उपलब्धियों के लिए इस साल भारत के राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है. First Updated : Wednesday, 14 February 2024