अगर आपको ईडी में अफसर बनना है तो जानिए उसके लिए क्या-क्या पापड़ बेलने पड़ते हैं
कई युवाओं का सपना ईडी में अफसर बनने का होता है. अगर आप भी ED में ऑफिसर बनने की इच्छा रखते हैं तो इस पद तक पहुंचने के लिए आवश्यक योग्यता और चयन प्रक्रिया के बारे में जानना महत्वपूर्ण है. हालांकि, ईडी में अफसर बनना इतना आसान नहीं होता है. ईडी में अफसर बनने पर अच्छी खासी सैलरी भी मिलती है.
देश में भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय लगातार अपनी कार्रवाईयों को तेज कर रहा है. ED की छापेमारी और कड़ी कार्रवाई की वजह से यह संगठन खासा चर्चा में है. प्रवर्तन निदेशालय का मुख्य उद्देश्य देश में भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराधों को रोकना है. इस दिशा में इसे काफी सफलता भी मिली है. अगर आप भी ED में ऑफिसर बनने की इच्छा रखते हैं तो इस पद तक पहुंचने के लिए आवश्यक योग्यता और चयन प्रक्रिया के बारे में जानना महत्वपूर्ण है.
ईडी में ऑफिसर बनने की योग्यता
प्रवर्तन निदेशालय में ऑफिसर बनने के लिए उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए. इसके अलावा, उम्र सीमा की बात करें तो उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 साल होनी चाहिए और अधिकतम आयु सीमा 27 से 30 साल तक निर्धारित की गई है, जो पद के आधार पर अलग हो सकती है. आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा में छूट दी जाती है.
ED ऑफिसर की सैलरी
प्रवर्तन निदेशालय में कार्यरत ऑफिसर को सातवें वेतन आयोग के अनुसार वेतन मिलता है. एक ED ऑफिसर की मासिक सैलरी 44,990 रुपये से लेकर 1,42,400 रुपये तक हो सकती है, जो उनके पद और अनुभव के आधार पर भिन्न हो सकती है. इसके अलावा, ऑफिसर को अन्य भत्ते और सुविधाएं भी मिलती हैं, जो उन्हें काम के दौरान प्राप्त होती हैं.
ED में ऑफिसर बनने की चयन प्रक्रिया
प्रवर्तन निदेशालय में ऑफिसर बनने के लिए उम्मीदवार को सबसे पहले कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा आयोजित कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) परीक्षा में शामिल होना पड़ता है, जो हर साल आयोजित की जाती है। इस परीक्षा में चार टियर होते हैं.
1. टियर 1: यह एक कंप्यूटर आधारित परीक्षा होती है, जिसमें सामान्य अध्ययन गणित और रीजनिंग से संबंधित प्रश्न होते हैं.
2. टियर 2: यह भी एक कंप्यूटर आधारित परीक्षा होती है, जिसमें उम्मीदवार को विशिष्ट विषयों से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देना होता है.
3. टियर 3: इस चरण में उम्मीदवार को लिखित परीक्षा देनी होती है, जिसमें उनकी लेखन क्षमता और विषय ज्ञान की परीक्षा होती है.
4. टियर 4: यह डाटा एंट्री टेस्ट होता है, जिसमें उम्मीदवार की टाइपिंग स्पीड और डाटा एंट्री क्षमता की जांच की जाती है.
इन सभी चार टियर की परीक्षाओं के परिणाम के आधार पर एक फाइनल लिस्ट तैयार की जाती है. जो उम्मीदवार इस सूची में शामिल होते हैं, उन्हें रैंक के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय में ऑफिसर के रूप में नियुक्त किया जाता है.