Kolkata Case: आज फिर हड़ताल पर बैठेंगे पूरे देश के डॉक्टर, जानिए क्या है उनकी मांगे
Kolkata Doctor Case: 8 अगस्त की रात के दरमियान कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दरिंदगी कर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई. इस वारदात के बाद कोलकाता में सभी डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. 10 अगस्त की सुबह महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के आरोप में संजय रॉय नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस घटना को लेकर आज आईएमए 24 घंटे तक हड़ताल पर रहेंगे.
Kolkata Doctor Case: इन दिनों देश भर में आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दरिंदगी कर उनकी बेरहमी से हत्या को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. पश्चिम बंगाल समेत देशभर की तमाम अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुए हैं. उधर कोलकाता हाई कोर्ट ने सीबीआई को मामले की जांच करने का आदेश दिया है. मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के परिसर में हुई तोड़फोड़ और डॉक्टर से मारपीट ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का आक्रोश को और ज्यादा बढ़ा दिया है. इस मुद्दे को लेकर कोर्ट ने बंगाल सरकार को फटकार लगाई है और इसे सरकारी मशीनरी की नाकामी करार दिया है.
सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने सरकार और प्रशासन पर कई सवाल भी खड़े किए थे. वहीं इससे पहले इस घटना पर पक्ष विपक्ष भी सवाल उठा चुके हैं. पीड़िता के रिश्तेदार ने असप्ताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजन ने घटना वाले स्थान के आसपास सीसीटीवी कैमरे की निगरानी नहीं होने पर भी सवाल उठाया है.
24 घंटे की हड़ताल पर रहेंगे डॉक्टर
आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आरवी अशोकन ने कहा है कि कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में हुए जघन्य अपराध को लेकर आज यानी शनिवार सुबह 6 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक अस्पताल में तोड़फोड़ के विरोध में देश भर में डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे. इस दौरान ओपीडी व मरीजों के ऑपरेशन नहीं होंगे लेकिन आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी. बता दें कि यह प्रदर्शन मृत महिला डॉक्टर के लिए न्याय और डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून जैसी मांगों को लेकर किया जा रहा है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की क्या है मांग
1. भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने रेजिडेंट डॉक्टरों के कामकाज और रहने की स्थिति में व्यापक बदलाव की मांग की है, जिसमें आरजी कर अस्पताल में पीड़िता को 36 घंटे की ड्यूटी देनी पड़ी और सुरक्षित विश्राम स्थलों की अनुपस्थिति पर प्रकाश डाला गया है.
2. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने महामारी रोग अधिनियम 1897 में 2023 के संशोधनों को प्रस्तावित अस्पताल संरक्षण विधेयक 2019 में शामिल करने का आग्रह किया है. IMA का मानना है कि इससे 25 राज्यों में मौजूदा कानून मजबूत होंगे. इसके अलावा, एसोसिएशन ने सुझाव भी दिया है कि कोविड-19 महामारी के दौरान लागू किए गए अध्यादेश जैसा ही अध्यादेश मौजूदा परिस्थितियों में उचित होगा.
3. आईएमए ने एक निश्चित समय सीमा के भीतर अपराध की गहन और पेशेवर जांच तथा त्वरित न्याय की मांग की है. इसके अलावा आईएमए ने आरजी कर अस्पताल में हुई बर्बरता के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और उन्हें कठोर सजा सुनिश्चित करने की मांग की है.
4. आईएमए ने आग्रह किया है कि अस्पतालों की सुरक्षा प्रोटोकॉल को एयरपोर्ट सुरक्षा के समान स्तर पर लाया जाना चाहिए. आईएमए ने सिफारिश की है कि अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए और शुरुआती चरण में अनिवार्य सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए, उसके बाद सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती भी की जानी चाहिए.
5. आईएमए ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए शोक संतप्त परिवार के लिए उचित और सम्मानजनक मुआवजे की भी मांग की है.
कोलकाता अस्पताल की घटना
दरअसल, ये घटना 8-9 अगस्त की रात की दरमियान की है. उस दौरान मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ देर रात रेप कर उसकी हत्या कर दी गई. मानवता को शर्मसार कर देने वाली इस घटना से पहले मृतक डॉक्टर रात 12 बजे के बाज दोस्तों के साथ डिनर भी किया था. हालांकि, इसके बाद शुक्रवार की सुबह सेमिनार हॉल से अर्धनग्न अवस्था में उसका शव मिला. इस घटना के बाद तमाम डॉक्टर सड़क पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस मामले में संजय रॉय नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया और मामले की जांच की जा रही है.