Lakhpati didi Yojana : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 202425 का अंतरिम बजट पेश किया. बजट भाषण में महिलाओं के लिए कई घोषणाएं कीं. वित्त मंत्री ने अपने भाषण में लखपति दीदी योजना का जिक्र किया. कहा कि अभी तक एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया गया है. इस वित्त वर्ष में 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है. वित्त वर्ष 2023 में 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन लखपति दीदी योजना क्या है? लखपति दीदी किन महिलाओं को कहा जाता है? इस योजना का फायदा कैसे लिया जा सकता है? इस तरह के सवाल आपके दिमाग में होगे. तो आज हम आपको इन्हीं सवालों को जवाब देंगे.
केंद्र सरकार लखपति दीदी योजना के जरिये स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का काम कर रही है. इसके तहत सरकार पात्र महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए 1-5 लाख रुपये तक ब्याज मुक्त लोन दे रही है. केंद्र सरकार का मकसद इस योजना के जरिये महिलाओं को रोजगार से जोड़ना, उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाना, उनकी आमदनी को बढ़ाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है.
लखपति दीदी योजना के सहारे महिलाएं खुद का रोजगार शुरू कर सकती हैं. साथ ही स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं अपना उद्योग शुरू करके दूसरी महिलाओं को भी रोजगार दे सकती हैं. देश में इस समय करीब 83,00,000 स्वयं सहायता समूह हैं. इनसे 9 करोड़ से ज्यादा महिलाएं जुड़ी हैं. सरकार ने इन्हीं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए लखपति दीदी योजना शुरू की थी. सरकार का दावा है कि योजना के जरिये अब तक 1 करोड़ महिलाओं को फायदा मिला है.
लखपति दीदी स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी वो महिलाएं होती हैं, जिनकी प्रति परिवार सालाना आमदनी 1 लाख रुपये या इससे ज्यादा है. यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है. उन्होंने देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से इस योजना का ऐलान किया था. मोदी सरकार इस योजना के तहत महिलाओं को कई सुविधाएं देती है. महिलाओं को वित्तीय और कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाता है. प्रशिक्षित महिलाएं अपनी आय बढ़ाकर लखपति बन रही हैं. योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को एलईडी बल्ब बनाने से लेकर प्लंबिंग, ड्रोन रिपेयरिंग जैसे तकनीकी काम सिखाए जाते हैं. इससे उन्हें अपनी आमदनी बढ़ाने में मदद मिलती है.
केंद्र सरकार इस योजना के तहत महिलाओं को कई तरह के कौशल प्रशिक्षण मुहैया कराती है. इसके पीछे का उद्देश्य महिलाओं को लाभ पहुंचाना है. साथ ही महिलाओं की वित्तीय समझ बढ़ाने के लिए कार्यशालाएं आयोतित की जाती हैं. इसके अलावा उन्हें बचत विकल्प, छोटे कर्ज, वोकेशनल ट्रेनिंग, एंटरप्रेन्योरशिप सपोर्ट और बीमा कवरेज का लाभ मिलता है. बता दें कि लखपति दीदी योजना का फायदा लेने के लिए महिलाओं का किसी स्वयं सहायता समूह से जुड़ा होना अनिवार्य है.
योजना के तहत स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी ऐसी महिलाओं को चुना जाता है, जिनकी आय बहुत कम होती है. इसके बाद उन्हें 1-5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त कर्ज दिया जाता है. यही नहीं, लखपति दीदी योजना के जरिए उत्पादों को बाजार की मांग के मुताबिक बनाने के लिए समूह को तकनीकी ज्ञान और प्रशिक्षण दिया जाता है. साथ ही विभागीय आउटलेट्स और समूहों के अलग-अलग जगहों पर लगने वाले मेलों में उनके उत्पादों के बिक्री सुनिश्चित की जाती है ताकि उनकी सालाना आय 1 लाख रुपये या इसे ज्यादा की जा सके.
लखपति दीदी योजना के तहत ओवदन के लिए आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और बैंक खाता होना जरूरी है. इसके अलावा आपके पास अपना मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो होना जरूरी है. योजना का फायदा लेने के लिए स्वयं सहायता समूह से जुड़ी कोई भी पात्र महिला ऑनलाइन आवेदन कर सकती है. एक फार्म भरकर भी लखपति दीदी योजना का फायदा लिया जा सकता है. लखपति दीदी योजना के तहत आवेदन के लिए भारत का नागरिक होना जरूरी है. वहीं, इसकी आयु सीमा 18 से 50 वर्ष रखी गई है.
-ऑनलाइन आवेदन के लिए भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
- यहां लखपति दीदी योजना टैब पर क्लिक करें. ऑनलाइन आवेदन करें पर क्लिक करके मांगी गई जानकारी भरें. - इसके बाद आवेदन को सबमित कर दें.
वहीं ऑफलाइन आवेदन के लिए अपने क्षेत्र के संबंधित कार्यालय जाकर आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता पासबुक और स्वयं सहायता समूह का सदस्यता प्रमाण पत्र जैसे जरूरी दस्तावेज लगाकर आवेदन फार्म जमा कर दें. याद रखें अगर महिला की सालाना आमदनी 3 लाख रुपये से ज्यादा है तो योजना का लाभ नहीं मिलेगा. First Updated : Thursday, 01 February 2024