बड़ा कब्रिस्तान में बाबा सिद्दीकी को राजकीय सम्मान: अंतिम विदाई का भावुक पल

मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई. उनकी अंतिम यात्रा में हजारों समर्थकों ने राजकीय सम्मान के साथ उन्हें विदाई दी. इस दुखद घटना ने शहर में शोक और आक्रोश की लहर दौड़ा दी है. लोग अब सुरक्षा की बढ़ती चिंता को लेकर सवाल उठा रहे हैं. क्या यह एक सुनियोजित हत्या थी जानने के लिए पूरी खबर पढ़ें!

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Baba Siddique Murder Case: मुंबई में हाल ही में हुई हत्या ने न केवल राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है बल्कि यह शहर के लोगों को भी झकझोर कर रख दिया है. एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी, जिन्हें शनिवार को बांद्रा में सरेआम गोली मारी गई उनको अब मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में सुपर्द ए खाक कर दिया गया है. उनकी अंतिम विदाई ने सभी को एक गहरे शोक में डाल दिया है.

शनिवार की सुबह जब बाबा सिद्दीकी पर हमला हुआ तब उनकी सुरक्षा के लिए कुछ नहीं किया गया था. गोलीबारी के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी.

अंतिम संस्कार का दृश्य

बाबा सिद्दीकी का अंतिम संस्कार सोमवार को बड़े शोक के साथ किया गया. उनके समर्थक और राजनीतिक सहयोगी बड़ी संख्या में कब्रिस्तान पहुंचे. अंतिम विदाई के दौरान उन्हें राजकीय सम्मान दिया गया, जिसमें सम्मान के प्रतीक के रूप में झंडा भी शामिल था. उनके समर्थकों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा.

समर्थकों का दुख और आक्रोश

उनकी हत्या ने न केवल उनके परिवार बल्कि समर्थकों के बीच भी गहरा दुख और आक्रोश पैदा किया है. समर्थकों ने कहा कि बाबा सिद्दीकी ने हमेशा जनता की भलाई के लिए काम किया. उनकी शान में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में कई प्रमुख नेताओं ने भी भाग लिया.

सरकार से सुरक्षा की मांग

इस घटना के बाद, स्थानीय नेताओं और नागरिकों ने सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है. कई लोग इस बात पर चिंता जता रहे हैं कि यदि समय पर कार्रवाई की जाती तो यह tragic घटना टल सकती थी. लोगों की आशंका यह है कि क्या मुंबई अब और अधिक असुरक्षित हो गया है?

बाबा सिद्दीकी की हत्या ने हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हमें अपने नेताओं और समुदाय की सुरक्षा के लिए अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है. उनकी अंतिम विदाई ने सभी को एक बार फिर यह एहसास दिलाया कि हम किस तरह के समाज में रह रहे हैं. बाबा सिद्दीकी के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और उनके समर्थक उन्हें श्रद्धांजलि देते रहेंगे.  First Updated : Sunday, 13 October 2024