Explainer: जो नेता संसद की सदस्यता छोड़ कर विधायक बन जाते है, जानें दोनों कि सैलरी

Explainer: हाल ही में देश के पाच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने ने अपने 21 संसदो को मैदान में टिकट दिया था. जिनमें से 12 उम्मदीवार को जीत मिली थी.

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Explainer:  हाल ही में देश के पाच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने ने अपने 21 संसदो को मैदान में टिकट दिया था. जिनमें से 12 उम्मदीवार को जीत मिली थी. वहीं बाकी को हार मिली थी. जैसा कि आपको मालूम होगा कि इस बार के चुनाव में भाजपा को तीन राज्यो में शानदार जीत मिली थी. 

इस समय में भाजपा के 10 सांसदों ने संसद की सदस्यता को छोड़ दी है. ऐसे में आपके मन में कई सवाल उठ रहा होगा. पहला तो क्या सांसदी छोड़ विधायकी चुनने वाले नेताओं का डिमोशन हो रहा है अथवा उनकी सैलरी पहले से कम हो जाएगी. तो इन सावलों का जवाब इस लेख के जारिए बताएंगे. अगर ये नेता सांसद का पद छोड़कर विधायक बनने का फैसला लेते हैं तो इनकी सैलरी और सेवाएं पर कितना फर्क पड़ेगा?

कितनी होती है सांसद की सैलरी?

किसी भी सांसद को मिलने वाली सैलरी और सुविधाएं संसद सदस्य अधिनियम, 1954 के तहत दी जाती है. वहीं भत्ता और पेंशन (संशोधन) अधिनियम, 2010 के तहत सांसदों की सैलरी 1 लाख रुपए प्रति महीने दी जाती है. सांसदों को हर महीने मिलने वाली सैलरी के साथ भी कई तरह के भत्ते और लाभ मिलते हैं. 

कितनी है विधायक की सैलरी? 

क्षेत्र के विधायकों को कई सारी सुविधाएं मिलती है, लेकिन ये सुविधाए हर राज्य के हिसाब से अलग-अलग मिलती है. विधायक का वेतन सरकार जारी करती है. उन्हें हर माह एक फिक्स सैलरी मिलती है.

5 प्रदेश ऐसे हैं जिनके विधायकों को सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है. उन प्रदेशों में तेलंगाना सबसे पहले स्थान पर है, जहां के विधायकों की सैलरी और अलाउंसेज मिलाकर हर उन्हें हर महीने 2.50 लाख रुपये दिया जाता है. हालांकि उनकी बेसिक सैलरी सिर्फ 20,000 रुपये ही है, लेकिन भत्‍ते के तौर पर उन्‍हें 2,30,000 रुपये मिलते हैं. 

मध्य प्रदेश के वो नेता जो सासंद से विधायक

नरेंद्र सिंह तोमर - दिमनी सीट से विधायक बने, पहले केंद्रीय कृषि मंत्री थे
प्रह्लाद पटेल- नरसिंहपुर से विधानसभा चुनाव जीतें 
राकेश सिंह - जबलपुर पश्चिम सीट से विधायक बनें 
राव उदय प्रताप सिंग - गाडरवार विधानसभा सीट से चुनाव जीतें 
रीति पाठक- सीधी से सांसद थीं, वहीं से विधायक भी बनीं

छतीसगढ़ से विधायक बने ये सांसद 

गोमती साय- पत्थलगांव से विधायक बनीं 
रेणुका - भरतपुर सोनहत से विधायक बनीं 
अरुण साव- लोरमी सीट से विधायक बनें 

राजस्थान से विधायक बनें ये सांसद 

बाबा बालकनाथ - तिजारा सीटकिरोड़ी लाल - सवाईमाधोपुर सीट 
दीय कुमारी - विद्याधर नगर
राज्यवर्द्धन राठौड़ - झोटावाड़ा सीट  First Updated : Thursday, 14 December 2023

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