Live-in Relationship: 'लिव-इन रिलेशन एक खतरनाक बीमारी', BJP सांसद ने लोकसभा में की कानून बनाने की मांग
Live-in Relationship: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान बीजेपी सांसद धर्मबीर सिंह ने लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर लोकसभा में अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने लिव-इन रिलेशनशिप को एक खतरनाक बीमारी बताया.
हाइलाइट
- बीजेपी सांसद ने लिव-इन रिलेशनशिप को खतरनाक बीमारी बताया.
- इस मुद्दे को उठाते हुए बीजेपी सांसद ने लोकसभा में कानून बनाने की मांग की.
- महेंद्रगढ़ से बीजेपी सांसद ने कहा अरेंज मैरिज में तलाक की दर ज्यादा कम है.
BJP MP On Live-in Relationship: संसद के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन यानी की गुरुवार, (7 दिसंबर) को बीजेपी सांसद धर्मबीर सिंह ने लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर लोकसभा में अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने लिव-इन रिलेशनशिप को एक खतरनाक बीमारी बताया और कहा कि इस गंभीर बीमारी को समाज से खत्म करने की जरूरत है. हरियाणा के महेंद्रगढ़ से भाजपा सांसद ने केंद्र सरकार से इसके खिलाफ कानून बनाने का भी आग्रह किया.
लोकसभा के शून्यकाल के दौरान इस मामले को उठाते हुए धर्मबीर सिंह ने कहा कि प्रेम विवाह में तल की दर अधिक है. इसलिए ऐसे विवाह के लिए लड़का और लड़की के माता-पिता की सहमति अनिवार्य बनाई जानी चाहिए.
'यही हाल रहा तो हमारी संस्कृति दम तोड़ देगी'
भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद ने इस मुद्दे पर बोलते हुए आगे कहा कि यह बीमारी समाज में नफरत और बुराई फैला रही है. उन्होंने आगे कहा, "दुनिया हमे जिस सभ्यता और संस्कृति के लिए जानती है, अगर यही हाल रहा तो हमारी संस्कृति दम तोड़ देगी और उनके (पश्चिम) और हमारे बीच कोई फर्क नहीं रह जाएगा."
हाल ही में राजधानी दिल्ली में हुई घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने आफताब पूनावाला के मामले का हवाला दिया, जिस पर पिछले साल अपनी लि-इन पार्टनर श्रद्वा वाकर की हत्या का आरोप है. धर्मबीर सिंह ने कहा, "आज के समय में इस तरह की हिंसा की खबरें अधिक आने लगी है. यह लिव-इन रिलेशनशिप का नतीजा है."
'शादी एक पवित्र रिश्ता'
लिव-इन रिलेशनशिप को सिरे से खारिज करते हुए बीजेपी सांसद ने कहा, " हमारे देश में शादी को एक पवित्र रिश्ता के रूप में माना जाता है जो सात पीढ़ियों तक चलता है. भारत में तलाक की दर लगभग 1.1 प्रतिशत है, जबकि अमेरिका में यह दर लगभग 40 प्रतिशत है. यह देखा गया है कि अरेंज मैरिज में तलाक की दर बहुत कम है. हालांकि, हाल ही में तलाक की दर में काफी वृद्धि हुई है और इसका मुख्य कारण प्रेम विवाह है."