Chirag Paswan Amid Rift Between JDU and RJD: बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होने की मीडिया रिपोर्टों के बीच, लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) नेता चिराग पासवान ने दावा किया कि अंतिम निर्णय भाजपा और एलजेपी दोनों मिलकर लेंगे. उन्होंने कहा कि एनडीए राज्य के राजनीतिक परिदृश्य पर गहरी नजर रख रहा है और स्थिति पर चर्चा करने और उस पर कार्रवाई करने के लिए बैठकें कर रहा है. चिराग पासवान ने आगे कहा कि हमारी पार्टी लोजपा (रामविलास) राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात पर हर पल नजर रख रही है.
बिहार की राजधानी पटना में मीडिया से बातचीच में चिराग पासवान ने कहा कि हमने मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए कल एक बैठक भी की. जहां तक राजग गठबंधन का सवाल है, पार्टी ने मुझे निर्णय लेने की जिम्मेदारी सौंपी है." हम अगले 2-3 दिनों की योजना रद्द कर रहे हैं और दिल्ली जा रहे हैं. जो भी फैसला होगा, एलजेपी और बीजेपी मिलकर लेगी.''
बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की 100वीं शताब्दी के एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने परिवारवाद की राजनीति के खिलाफ एक बयान दिया था. जिसके बाद से ही बिहार में सियासी विवाद खड़ा हो गया. इस बीच, भारतीय जनता पार्टी के सांसद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को कहा कि राजनीति में दरवाजे कभी भी "स्थायी रूप से" बंद नहीं होते हैं. "कल की बैठक में, (आगामी) लोकसभा चुनावों की रणनीतियों पर चर्चा की गई. लेकिन जहां तक नीतीश कुमार और जेडीयू का सवाल है, राजनीति में दरवाजे कभी भी स्थायी रूप से बंद नहीं होते हैं. सुशील कुमार मोदी ने आगे कहा कि अब हमारा केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा कि दरवाजे खुलेंगे या नहीं,''
इससे पहले, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि सत्तारूढ़ महागठबंधन सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि अपने पूर्व सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयानों को देखकर उन्हें पहले ही अंदाजा हो गया था कि राज्य की सत्ता में बदलाव होगा. "हाल ही में मैंने कहा था कि 20 जनवरी के बाद बिहार में बदलाव होगा और इसका आधार नीतीश कुमार का बयान था.
जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार ने राजद के खिलाफ कई बातें कही हैं...इसी आधार पर हमने कहा था कि गठबंधन नहीं चलेगा. नीतीश कुमार का पीएम बनने का सपना टूट गया है. इसलिए गठबंधन तोड़ने के बाद वह स्वतंत्र रूप से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं या दूसरे गठबंधन में शामिल हो सकते हैं." First Updated : Friday, 26 January 2024