वंदे भारत ट्रेन चलाने को लेकर लोको पायलट्स में 'कुश्ती', वायरल वीडियो में देखिए हंगामे की पूरी कहानी!
Vande Bharat: 2 सितंबर को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के दो लोको पायलट्स के बीच गंगापुर स्टेशन पर विवाद हुआ जो हाथापाई में बदल गया. आगरा और गंगापुर मंडल के पायलट्स ट्रेन को लेकर झगड़ रहे थे. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें जीआरपी भी झगड़ा नहीं रोक पाई. रेलवे ने मामले की जांच शुरू की है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
Vande Bharat: हाल ही में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को लेकर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. 2 सितंबर को उदयपुर-आगरा कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के दो लोको पायलट्स के बीच भिड़ंत हो गई जो बाद में मारपीट में बदल गई. यह घटना तब घटी जब ट्रेन कोटा से गंगापुर पहुंची.
आगरा रेल मंडल के पायलट्स ट्रेन को आगरा ले जाने की कोशिश कर रहे थे जबकि गंगापुर सिटी के पायलट्स ने इसे रोक दिया. इस बात पर विवाद बढ़ा और मामला हाथापाई तक पहुंच गया.
घटना का विडिओ हुआ वायरल
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि जीआरपी (गैंग रेलवे पुलिस) के मौजूद होने के बावजूद दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई. पायलट्स ने एक-दूसरे के कपड़े फाड़े और ट्रेन को भी नुकसान पहुंचाया लेकिन जीआरपी के जवान इस झगड़े को रोकने में असमर्थ रहे.
What's wrong with Indian Railways?
— NCMIndia Council For Men Affairs (@NCMIndiaa) September 7, 2024
These are not passengers fighting to board the train but they are loco pilots who are fighting amongst themselves that who will drive the newly started Agra Udaipur Vande Bharat Express Train. May God save the passengerspic.twitter.com/QDOWOrBqwj
क्या है विवाद कि वजह
दरअसल इस विवाद की जड़ है वंदे भारत ट्रेन को कौन चलाएगा. उदयपुर से शुरू होकर यह ट्रेन कोटा और फिर आगरा तक जाती है, जिससे विभिन्न रेल मंडलों के कर्मचारी इस पर अपना अधिकार जताने लगे हैं. जिसका परिणाम यह हुआ कि ट्रेन के संचालन में असमंजस पैदा हो गया और स्थिति इतनी बिगड़ गई कि हाथापाई हो गई.
यात्रियों कि सुरक्षा हो सुनिश्चित
इस घटना ने रेलवे की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचाया है जो यह दर्शाता है कि रेलवे में अभी भी कई अंतर्निहित समस्याएं हैं जिनका समाधान जरूरी है. यहां सबसे बड़ी चिंता यात्रियों की सुरक्षा की है जो इस घटना से प्रभावित हो सकती है. रेलवे अधिकारियों ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं और दोषी पायलट्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है.
इस घटना ने यह भी साबित किया है कि भारतीय रेलवे के सिस्टम में सुधार की बेहद आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.