Lok Sabha Election 2024: जम्मू-कश्मीर में चुनाव की तारीखों का ऐलान होना चाहिए: उमर अब्दुल्ला
Lok Sabha Election 2024: उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें "भारत के चुनाव आयोग से कोई आशा या अपेक्षा नहीं है क्योंकि यह जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र बहाल करने में कामयाब नहीं रहे हैं.''
Lok Sabha Election 2024: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने चुनाव आयोग से जम्मू-कश्मीर में विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ कराने को कहा क्योंकि पिछले एक दशक से जम्मू-कश्मीर में कोई विधानसभा चुनाव नहीं हुआ है. शनिवार को ECI नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा जिसमें आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा.
जम्मू-कश्मीर हों इलेक्शन- उमर
पिछले एक दशक से जम्मू-कश्मीर में कोई विधानसभा इलेक्शन नहीं कराए गए हैं. आज लोकसभा इलेक्शन की तारीखों को ऐलान होने जा रहा है, ऐसे में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने भी राज्या में इलेक्शन की तारीखों के ऐलान को लेकर कहा कि ''जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में यह एक अच्छा मौका है, उन्हें (ECI) को यूटी में लोकसभा और विधानसभा चुनाव दोनों की तारीखों का ऐलान कर देना चाहिए.''
''ECI से कोई उम्मीद नहीं''
एक तरफ उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में इलेक्शन कराए जाने को लेकर अपनी ओर ध्यान खीचने की कोशिश की है, तो दूसरी तरफ उन्होंने ईसीआई को लेकर कहा कि उन्हें ईसीआई से "कोई उम्मीद नहीं" है.'' हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उमर ने कहा कि ''ईसीआई का मिशन देश में लोकतंत्र बनाए रखना है, जम्मू-कश्मीर में पिछले 10 सालों से कोई इलेक्शन नहीं कराए गए हैं.
उन्होंने आगे कहा कि ''हमारे (जम्मू-कश्मीर के) विधानसभा चुनाव होने हैं, यह एक सुनहरा मौका है, उन्हें (ईसीआई को) यूटी में लोकसभा और विधानसभा चुनाव दोनों की तारीखों की ऐलान करने दीजिए.''
उमर ने कहा कि एनसी ने कश्मीर की सभी तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, ने कहा कि उम्मीदवारों की घोषणा उचित समय पर की जाएगी. ''कोई भी हमें मजबूर नहीं कर सकता, जब भी हमें लगेगा कि हमें ऐसा करना चाहिए, हम अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर देंगे''
पीएजीडी से कोई लेना-देना नहीं- उमर
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, जब उनसे पूछा गया कि क्या पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) की अगले हफ्ते कोई मीटिंग होने वाली है, तो उन्होंने कहा, ''मेरा पीएजीडी से कोई लेना-देना नहीं है. मैं गठबंधन का मेंबर नहीं हूं और यह सवाल पीएजीडी के पदाधिकारियों से पूछ सकते हैं.''