Lok Sabha Election 2024: झारखंड के हजारीबाग से सांसद जयंत सिन्हा ने लोकसभा चुनाव 2024 न लड़ने का ऐलान कर लोगों को चौंका दिया. सिन्हा ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से लोकसभा चुनाव न लड़ने की अपील की है. सिन्हा ने यह कहते हुए चुनाव से खुद को मुक्त करने के लिए कहा कि वो अब भारत में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से लड़ने के अपने प्रयास पर ध्यान देना चाहते हैं. आज ही इसके पहले पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने खुद को राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त करने के लिए शीर्ष नेतृत्व से अपील की थी.
जयंत सिन्हा पूर्व केंद्रीय मंत्री और टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा के बेटे हैं. 2014 लोकसभा चुनाव के समय बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय वित्त और विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा का टिकट काटकर उनके बेटे जयंत सिन्हा को टिकट दे दिया. जयंत सिन्हा 2014 में पहली लोकसभा पहुंचे थे. पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में वो मंत्री भी रहे. जयंत सिन्हा 2016 से 2019 के बीच ने उड्डयन राज्य मंत्री रहे हैं. इसके अलावा 2014 से 2016 के बीच वित्त राज्य मंत्री रह. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में उनको हजारीबाग सीट से टिकट दिया गया था और उनको जीत मिली. हालांकि पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में उन्हें कोई मंत्रालय नहीं दिया गया.
जयंत सिन्हा ने अपने एक्स पर लिखा, ''मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से 2024 के लोकसभा चुनाव लड़ने से मुक्त करने की अपील की है ताकि मैं भारत और दुनिया में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने के अपने प्रयास पर ध्यान दे सकूं. निश्चित तौर पर मैं आर्थिक और सुशासन के मुद्दों पर पार्टी के साथ काम करता रहूंगा. मुझे पिछले 10 वर्षों से भारत और हजारीबाग के लोगों की सेवा करने का अवसर मिलता रहा. पीएम नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह जी और बीजेपी के नेतृत्व की ओर से कई अवसर उपलब्ध कराए गए. मैं सभी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं. जय हिंद''
हजारीबाग सीट पिछले 25 सालों से बीजेपी की पारंपरिक सीट बन गई है. 2009, 2014 और 2019 में लगातार बीजेपी की इस सीट पर जीत हुई थी. 2004 में इस सीट पर पीसीआई के भुवनेश्वर प्रसाद मेहता चुनाव जीते थे. इसके पहले 1996, 1998 और 1999 में बीजेपी इस सीट पर चुनाव जीती थी. वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने 2018 में बीजेपी छोड़ दी थी. यशवंत सिन्हा लंबे समय से केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बिगुल बजाए हुए थे. सिन्हा मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करने को कोई मौका नहीं छोड़ रहे थे. यशवंत सिन्हा हजारीबाग लोकसभी सीट से 3 बार बीजेपी की टिकट पर सांसद रह चुके हैं. फिलहाल वो टीएमसी में हैं. अब यशवंत सिन्हा इस सीट पर टीएमसी की टिकट पर चुनाव लड़े सकते हैं.
हजारीबाग लोकसभा सीट से तीन बार यशवंत सिन्हा और दो बार उनके बेटे जयंत सिन्हा सांसद रहे चुके हैं. मतलब 25 साल पिता और पुत्र इस सीट से सांसद रहे. इसका मतलब यह भी है कि इस सीट पर पिता- पुत्र की अच्छी पकड़ है. First Updated : Saturday, 02 March 2024