Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों में चुनाव आयोग की तरफ से बदलाव कर दिए गए हैं. साल 1991 में पहली बार एवं देश के चुनावी इतिहास में दूसरी बार है जब लोकसभा चुनाव को मई के बजाए जून में करवाया जाएगा. बता दें कि साल 1951- 52 में इस तरह का बदलाव देखने को मिला था. वहीं अब साल 2024 के चुनाव को भी जून में करने की बात बताई जा रही है.
इतिहास ने फिर से करवट बदल लिया है, लोकसभा चुनाव का पहला आम चुनाव साल 1951- 1952 तक कुल 68 चरणों में इसकी वोटिंग करवाई गई थी. साथ ही साल 2024 के लोकसभा चुनाव जो कि जून में करवाया जाएगा इसकी प्रक्रिया कुल 46 दिनों तक चलेगी. जिसमें लगभग 96.8 करोड़ जनता की मौजूदगी होगी.
मिली रिपोर्ट के अनुसार साल 2004 के बाद से लगातार अप्रैल या मई में ही चुनाव की प्रक्रिया चलती रही है. जिसके मुताबिक मई के अंत तक सांसदों को चुन लिया जाता था. जानकारी दें कि साल 2019 के वोटिंग के दरमियान शुरुआती वोटिंग की तारीख 19 मई थी और रिजल्ट 23 मई को घोषित किए गए थे. जबकि दूसरी तारीख 1 जून थी और रिजल्ट 4 जून को सामने आए थे.
वहीं अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव की तारीखों में बदलाव की असली वजह आने वाले 25 मार्च को होली या तमिल नव वर्ष बिहू जैसा त्योहार हो सकता है. जबकि इसकी दूसरी वजह चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के पद से दिए इस्तीफे को समझा जा सकता है. जानकारी दें कि चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र भी बीते 14 फरवरी को अपने पद से रिटायर हो चुके थे.
सीनियर अधिकारियों का कहना है कि जब लोकसभा चुनाव की तारीखों की जब घोषणा की जाए तो इस दरमियान इलेक्शन पैनल की पूरी टीम उपस्थित हो. लोकसभा चुनाव करवाने के लिए सुरक्षा बलों को दो चुनाव चरणों के मध्य एक स्थान से दूसरी स्थान पर जाने में अधिक समय लगता है. साथ ही पुनर्तैनाती करने के लिए कम से कम 6 दिनों का वक्त चाहिए होता है.
जून का महीना भीषण गर्मी का महीना होता है, इस हालात में वोटिंग अधिक प्रभावित हो सकती है. जब मीडिया के तरफ से अधिकारियों से सवाल किया गया तो उनका जवाब था कि 7वें चरण तक बिहार, ओडिशा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल में केवल 57 सीटें ही होंगी. वहीं दक्षिणी राज्य जैसे राजस्थान जैसे इलाकों में तापमान बढ़ने से पहले ही चुनाव खत्म हो जाएगा. First Updated : Saturday, 30 March 2024