Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में टीएमसी के बड़े नेता तापस राय ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है. तापस रॉय ममता बनर्जी के शुरुआती दिनों के साथी रहे हैं. जब ममता दीदी ने कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस बनाई तो उसके कुछ दिनों बाद तापस रॉय ने कांग्रेस छोड़ दी और टीएमसी में शामिल हो गए. PDS स्कैम में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तापस राय के घर पर छापा मारा था.
तापस से पूछताछ हुई थी. तीन बार के विधायक तापस रॉय को ममता बनर्जी ने कुछ समय पहले मंत्री भी बनाया था, लेकिन बाद में उनको मंत्री पद से हटा दिया. यहां तक कि कुछ दिनों पहले तृणमूल कांग्रेस ने तापस रॉय को उत्तर कोलकाता के जिला सभापति के पद से भी हटा दिया था.
एमएलए पद से इस्तीफा देने के बाद कहा, 'पिछले 23-34 वर्षों से मैं तृणमूल कांग्रस के साथ हूं. 12 जवरी को ईडी ने मेरे घर पर रेड डाली थी. छापेमारी के 52 दिनों बाद भी, मेरी पार्टी ने एक बार भी मुझे सपोर्ट नहीं किया. ममता बनर्जी ने एक बार भी मुझे कॉल नहीं किया. मेरे या मेरे परिवार के साथ कोई खड़ा नहीं हुआ.
तापस रॉय ने संदेशखाली मामले को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि 'पार्टी में बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार है. संदेशखाली मामले में टीएमसी नेताओं और समर्थकों पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोप हैं. पार्टी के दबंग नेताओं पर गरीबों की जमीन हड़पने के भी आरोप हैं.
टीएमसी का साथ छोड़ने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वो जल्द ही बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनकी उत्तर कोलकाता लोकसभा सीट से टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय से भी खींचतान चल रही है. तापस के इस्तीफे के बाद उनके भाजपा में भी शामिल होने की अटकलें शुरू हो गई हैं. कहा जा रहा है कि ऐसी स्थिति में वह बंदोपाध्याय की सीट पर ही उन्हें चुनौती देते दिख सकते हैं. उनके भाजपा में शामिल होने के सवालों पर बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, 'राजनीति संभावनाओं का खेल है. हालांकि, अभी इस पर मीडिया के साथ साझा करने के लिए कुछ भी नहीं है.'
तृणमूल कांग्रेस नेता तपस रॉय पहली बार साल 1996 में विद्यासागर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से विधायक बने थे. रॉय ने 2001 का विधानसभा चुनाव बारा बाजार से TMC की टिकट लड़ा और जीता था. 2011 में उत्तर 24 परगना जिले के बारानगर विधानसभा क्षेत्र में शिफ्ट हो गए तब से इसी सीट से टीएमसी विधायक हैं. रॉय मौजूदा विधानसभा में टीएमसी के डिप्टी चीफ व्हिप भी थे. तापस रॉय बंगाल के बारानगर से TMC के विधायक हैं. वे 5वीं बार विधायक के रूप में चुने गए हैं. तापस बंगाल में योजना और सांख्यिकी राज्य मंत्री थे.
उन्होंने कोलकाता नगर निगम के पार्षद के रूप में अपना करियर शुरू किया था. वे छात्र नेता भी रह चुके हैं. तापस राय बंगाल में पुराने नेता हैं. तापस राय की बंगाल में बड़े नेताओं के रूप में पहचान है अगर वो बीजेपी में शामिल होते हैं तो टीएमसी को नुकसान होगा और उनके समर्थक नेता और वोट बीजेपी की ओर जाएंगे तो भगवा पार्टी की स्थिति सुधरेगी. First Updated : Wednesday, 06 March 2024