Loksabha Election: सैनिक छावनी में बदलेगा पश्चिम बंगाल, CAPF की 100 कंपनियों को मिली सुरक्षा की जिम्मेदारी
West Bengal: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए CAPF की 100 कंपनियों को भेजा गया है. यह कंपनियों शुक्रवार को बंगाल पहुंची हैं.
Loksabha Election 2024: देशभर के राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है. इस बीच पश्चिम बंगाल में चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले सुरक्षा के कड़े किए जा रहे हैं. प्रदेश में कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में गृह मंत्रालय की ओर से बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को भेजा गया है. इस संबंध में निर्वाचन आयोग के अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CARF) की कम से कम 100 कंपनियां शुक्रवार को पश्चिम बंगाल पहुंचीं हैं.
बंगाल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि पश्चिम बंगाल में 7 मार्च तक सुरक्षा बलों की 50 और कंपनियां पहुंच सकती हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बलों की तैनाती की प्रक्रिया शुरू हो गई है. वे मुख्य रूप से विश्वास-निर्माण उद्देश्यों के लिए यहां हैं. यहां पर बाकी और कंपनियों के पहुंचने ससे सुरक्षा को लेकर और कड़े इंतजाम किए जा सकेंगे. अधिकारी के बताया कि सीएपीएफ की 10 कंपनी तैनात की जाएंगी. वहीं उत्तर 24 परगना जिले में 21 और दक्षिण 24 परगना में 9 कंपनी की तैनाती की जा रही हैं.
अलग-अलग शहरों में होगी तैनाती
अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय बलों की आठ कंपनी नादिया जिले में तैनात की जाएंगी. 9 कंपनियों को हुगली जिले में सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जानकारी के अनुसार एक कंपनी में औसतन 100 जवान होते हैं, इस हिसाब से बंगाल में अगर सेना की 100 कंपनी तैनात होगी है तो राज्य में कुल 1000 सैनिक होंगे.