मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा 7 हजार वोटों से चुनाव हारे, सीएम पद के लिए चल रहा था नाम
Datia Election 2023 : केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के चुनाव हारने के बाद अब मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा चुनाव हार गए हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के राजेंद्र भारती से था.
Datia Election 2023 : केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के चुनाव हारने के बाद अब मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्म मिश्रा चुनाव हार गए हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के राजेंद्र भारती से था. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की दिमनी सीट के बाद ग्वालियर चंबल अंचल की दूसरी सबसे चर्चित सीट दतिया की है. यहां पर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा मैदान में थे. इस सीट पर उनका मुकाबला कांग्रेस के राजेंद्र भारती से था. नरोत्तम मिश्रा 7 हजार 148 वोटों से चुनाव हारे हैं, उनको 48014 वोट मिले. वहीं राजेंद्र भारतीय को 55162 वोट मिले. इस सीट पर पिछले चुनाव में डॉ. मिश्रा ने भारती को महज दो हजार मतों से हाराया था. ऐसे में इस बार यहां पर गृहमंत्री को कड़ी टक्कर मिल रही थी. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उनकी राह आसान नहीं है. खास बात यह है कि यहां पर कांग्रेस की राष्ट्री महासचिव प्रियंका गांधी भी सभा को संबोधित करने के लिए आई थी. हालांकि गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया सीट से 2013 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे थे.
इस सीट पर क्यों कड़ा है मुकाबला
कट्टा और सट्टा का मुद्दा रहा हावी
दतिया के चुनाव में कट्टा व सट्टा का मुद्दा हावी रहा. कांग्रेस ने इस मुद्दे को जोरों से उठाया. कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आरोप लगाते रहे हैं कि गृहमंत्री होने के नाते डॉ. मिश्रा ने भाजपा समर्थकों को पिस्टलों के लाइसेंस जी भरकर दिए हैं, जिससे दतिया में क्राइम बढ़ा है. साथ ही सट्टे का कारोबार भी बढ़ा है. मध्य प्रदेश में नरोत्तम मिश्रा का नाम कभी सीएम पद की रेस में आया था. इशारों-इशारों में नरोत्तम मिश्रा ने खुद को सीएम फेस बताया था.
रिजल्ट से पहले सीएम
मतगणना से पहले शनिवार को नरेंद्र सिंह तोमर से मीडिया ने जब मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने पर सीएम पद को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री बनने की रेस में नहीं हूं. उन्होंन कहा, प्रमोशन की चाह में कोई बुराई नहीं है, लेकिन मैं मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल नहीं हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल में प्रदेश में भाजपा की सरकार बन रही है. भाजपा की जीत को लेकर सभी का नजरिया एक जैसा है. प्रधानमंत्री मोदी की जनकल्याणकारी नीतियों, अमित शाह का मार्गदर्शन, नड्डा का नेतृत्व और सीएम शिवराज सिंह चौहान की योजनाओं की वजह से मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन रही है.