MP News: कहते है कि भगवान भक्तों के वश में होते हैं और ईश्वर समय-समय पर अपने भक्तों की आस्था और उनके विश्वास की परीक्षा लेते रहते हैं. मध्यप्रदेश के दतिया जिले से ऐसा वाक्या सामने आया है, जिसमें एक भक्त की भगवान के प्रति आस्था देखने को मिली है. दरअसल, पूजा के दीपक से मंदिर में आग लगने से बाल रूप में विराजमान 'कन्हैया' की प्रतिमा आग की चपेट में आ गई थी. इसके बाद भक्त महिला अपने पति के साथ कान्हा का इजाल कराने के लिए 40 किलोमीटर दूर ट्रामा सेंटर पहुंच गई.
अस्पताल में डॉक्टर ने अपने हाथों से खुद भगवान का इलाज किया है. आपको बता दें कि ये कोई कहानी नहीं है, बल्कि हाल ही का एक सत्य वाक्या है. जब महिला अपने पति के साथ अस्पताल पहुंची तो उसके हाथ में कपड़े से ढकी बाल कृष्ण कन्हैया की प्रतिमा थी. बदहवाश महिला मासूस बच्चे की तरह कान्हा को दुलार रही थी.
महिला ने रोके हुए कन्हैया की मूर्ति को डॉक्टर के हाथों सौंपा और कहा कि ये आग में झुलस गए हैं. इन्हें देखिए और इनका इलाज कीजिए. डॉक्टर कुछ समय तो डॉक्टर आश्चर्य में पड़ गए, लेकिन घटना जानने के बाद उन्होंने कान्हा का इलाज किया और महिला को सौंपते हुए कहा कि अब ये एक दम स्वस्थ है.
दतिया जिला ट्रामा सेंटर के डॉक्टर आशुतोष आर्य ने बताया कि ये एक महिला की भक्ति और आस्था का मामला था और भगवान का चैकअप भी किया था. उन्होंने कहा कि मेरे जीवन में पहली बार इस तरह का कोई मामला सामने आया है. डॉ. आशुतोष आर्य ने कहा कि संजना पत्नी प्रमोद यादव अपने साथ भगवान लड्डू गोपाल की प्रतिमा लेकर आई थी. वे काफी घबराई हुई थी. उन्होंने कहा कि उनके प्रभु जल गए हैं और आप भगवान का चैकअप कीजिए. उन्होंने कहा कि ये आस्था और विश्वास का मामला था. First Updated : Sunday, 23 July 2023