भगवान को भस्म चढ़ रही है,महिलाएं घूंघट कर लें, कहने वाले सेवक सत्यनारायण की हुई मौत
सेवक सत्यनारायण सोनी की बुधवार को मुंबई के अस्पताल में मौत हो गई. वे महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगी आग में वे गंभीर रूप से झुलस गए थे
उज्जैन में महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान ‘भगवान को भस्म चढ़ रही है, महिलाएं घूंघट कर लें’ ये आवाज अब सुनाई नहीं देगी. इस आवाज से पहचान बनाने वाले सेवक सत्यनारायण सोनी की बुधवार को मुंबई के अस्पताल में मौत हो गई.
25 मार्च को महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग लगने से वो गंभीर रूप से झुलस गए थे. इसके बावजूद वे अपने साथी पंडिच, पुजारियों की हिम्मत बढ़ाते रहे थे. वहीं बुधवार को अवंतिपुरा जहां उनका घर है वहां से उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई. शाम को उनका चक्रतीर्थ पर उनका अंतिम संक्कार हुआ. उनके बेटे राजेश सोनी ने उन्हें मुखाग्नि दी
घबराए पंडित का हौसला बढ़ाते रहे
राम गुरु ने सत्यनारायण सोनी को करीब से जानने वाले है उन्होंने बताया कि वे इतने स्ट्रॉन्ग थे कि झुलसने के बाद भी जब पंडित- पुजारी घबराए थे तो उन्होंने सभी 13 लोगों की हिम्मत बढ़ाई . उस समय उन्होंने सबकी हिम्मत बढ़ाते हुए कहा कि चिंता मत करो भगवान महाकाल का आर्शीवाद है, कुछ नहीं होगा. सिर्फ महाकाल का जाप करते रहो.
पुजारियो को खलेगी कमी
राम गुरु ने बताया कि मंदिर में महाकाल को भस्म आर्पीत करने से पहले सत्यनारायण सोनी मंदिर नंदी हॉल से उध्दोष करते थे कि भगवान को भस्म चढ़ रही है, महिलाएं घूघट कर लें . इस आवाज की वजह से देशभर में कई लोग उन्हें पहचानने लगे थे. वहीं अब पंडित पुजारियो को उनकी कमी खिल रही है.