"17 साल तक सीएम रहने के बाद..." नए साल से पहले शिवराज ने 2023 को किया याद
न्यू ईयर से पहले मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वह संतुष्ट और संतुष्ट महसूस करते हैं. लगातार 17 साल तक सीएम रहे, जनता के दिल में उनके प्रति स्नेह और विश्वास है.
न्यू ईयर से पहले मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वह संतुष्ट और संतुष्ट महसूस करते हैं. लगातार 17 साल तक सीएम रहे, जनता के दिल में उनके प्रति स्नेह और विश्वास है. उन्होंने कहा, 2023 जा रहा है, 2024 आ रहा है. लेकिन जब मैं पिछले साल को देखता हूं, तो मैं खुशी और आत्म-संतुष्टि से भर जाता हूं. भाजपा ने फिर से भारी बहुमत और अब तक के सबसे अधिक वोट प्रतिशत के साथ सरकार बनाई. इसका मतलब है कि लोग मध्य प्रदेश सरकार के काम से खुश हैं, विकास और जनकल्याण दोनों ने जनता के दिलो-दिमाग पर गहरा असर डाला है, इसीलिए हमें प्रचंड बहुमत मिला है, प्रधानमंत्री की लोकप्रियता, संगठन का काम कार्यकर्ताओं और संगठनों के प्रयासों ने जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है."
उन्होंने आगे कहा कि, "लेकिन इसमें सरकार के काम का अहम योगदान है, चाहे वह विकास का काम हो या जनकल्याण का. मैं इस खुशी के साथ जा रहा हूं कि लगातार 17 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद भी लोगों के दिलों में स्नेह और विश्वास है." उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि राज्य ने सड़क नेटवर्क, सिंचाई जल, पेयजल, बेहतर बिजली व्यवस्था और कृषि के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं.
एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "पिछले वर्षों में मेरी सरकार द्वारा किए गए कार्यों का ही परिणाम है कि मुझे गर्व है कि मध्य प्रदेश एक बीमारू राज्य से एक समृद्ध और विकसित राज्य बन गया है. एक समय था जब सड़क, बिजली और पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी." लेकिन अब मध्य प्रदेश ने सड़क नेटवर्क, सिंचाई जल, पेयजल, बेहतर बिजली व्यवस्था और कृषि के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं. "
उन्होंने मीडिया को बताया, "मध्य प्रदेश में कृषि विकास दर 18 प्लस, कभी-कभी 22 प्रतिशत तक रही है, जो अपने आप में दुनिया में एक रिकॉर्ड है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई मेडिकल कॉलेज बनाए गए. अब मध्य प्रदेश में लगभग 30 मेडिकल कॉलेज होंगे." सांस्कृतिक पुनरुत्थान के अनेक महत्वपूर्ण कार्य भी हुए हैं. चाहे वह महाकाल महलोक हो, देवी लोक हो, राम राजा लोक हो, हनुमान लोक हो, संत रविदास जी का भव्य एवं विशाल मंदिर हो, रानी दुर्गावती का स्मारक हो, एक नहीं बल्कि एक कार्य करने में मुझे आनंद आता है, संतोष होता है.