Jan Ashirwad Yatra: मध्य प्रदेश में बीजेपी जनता के बीच सरकार की उपलब्धियों को गिनाने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है. मगर इस यात्रा में एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को निमंत्रण नहीं दिया गया. रविवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाई. यात्रा को लेकर उमा भारती ने कहा कि हो सकता है कि वह लोग घबरा गए हों कि अगर मैं वहां पर मौजूद रहूंगी तो कहीं सबका ध्यान मेरी ओर न चला जाए.
उमा भारती ने आगे कहा कि बीजेपी जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है, मगर मुझे कहीं भी पूछा नहीं गया. इससे मुझे कोई फर्क भी नहीं पड़ता है, अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें 2020 में सरकार बनाने में मदद की है तो मैंने भी उन्हें (2003 में) बड़ी बहुमत वाली सरकार बनाने में मदद की थी. उन्होंने आगे कहा कि मुझे इस यात्रा में नहीं जाना था, लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को निमंत्रण देने की औपचारिकता तो पूरी करनी चाहिए थीं.
बता दें कि कभी बीजेपी के वरिष्ठ नेता एलके आडवाणी की करीबी रही तेजतर्रार प्रवक्ता उमा भारती ने कहा कि मैं उन्हें (सिंधिया) को अपने भतीजे की तरह मानती हूं. फिलहला उमा भारती के बयान पर अभी बीजेपी की कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है. हालांकि कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी और राम मंदिर आंदोलन की अग्रणी नेताओं में से एक उमा भारती को दरकिनार कर रही है. वहीं, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा अपने सीनीयर नेताओं का अपमान करती है.
सुरजेवाला से इस मामले पर सवाल पूछे जाने पर कहा कि, बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी को किनारे कर दिया. हमारी संस्कृति में उन लोगों को भगवान भी माफ नहीं करता है जो अपने बुजर्गों का अपमान करते हैं. बता दें कि 2003 में उमा भारती ने दो तिहाई बहुमत पाकर दिग्विजय सिंह की नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंका था. लेकिन साल 2005 में उनकी अनुशासनहीनता के कारण पार्टी से निकाल दिया था और 2011 में वापस लेकर आ गए.
First Updated : Monday, 04 September 2023