Kamal Nath: मध्य प्रदेश की राजनीति में खलबली मची हुई है. मध्य प्रदेश की राजनीति और कांग्रेस के लिए कल का दिन बहुत खास बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, कमलनाथ और नकुलनाथ आज शाम भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों से मिली खबरों के अनुसार, इस दौरान उसके साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी रहेंगे.
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान द्वारा मध्य प्रदेश चुनाव में पार्टी की हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया था, इसके बाद से ही कमलनाथ भाजपा नेताओं के संपर्क में थे. उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया और राज्य विधानसभा में विपक्ष का नेता भी नहीं बनाया गया. राज्यसभा के लिए अशोक सिंह के नाम की घोषणा से भी कमलनाथ नाराज थे.
कमल नाथ का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था, लेकिन उनके राजनीतिक सफर का गवाह मध्य प्रदेश रहा है. कमल नाथ ने संजय गांधी के साथ एक ही स्कूल में पढ़ते थे. वहीं से दोनों में दोस्ती हो गई. आपातकाल के बाद जब संजय गांधी को जेल भेजा जा रहा था तो कमलनाथ जज से भिड़ गए थे, फिर उन्हें जेल भी भेजा गया. यहीं से उनकी दोस्ती और मजबूत हो गई.
वाणिज्य में स्नातक करने के बाद, उन्होंने पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के मार्गदर्शन में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की. इंदिरा गांधी उन्हें राजीव और संजय गांधी के अलावा तीसरा बेटा मानती थीं. कमल नाथ ने अपना राजनीतिक सफर 1968 में यूथ कांग्रेस से शुरू किया था. 1980 में इंदिरा गांधी ने उन्हें छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से टिकट दिया था. जब वह प्रचार करने पहुंचीं तो उन्होंने कमल नाथ को अपना तीसरा बेटा बताते हुए वोट मांगे थे.
2018 कमल नाथ के लिए बहुत खास रहा, इस दौरान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 15 साल बाद सत्ता में वापसी की, जिसमें कमल नाथ मुख्यमंत्री बनाए गए. लेकिन महज 15 महीने बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक मंत्री, विधायकों के सरकार और पार्टी से अलग हो गए. इसके बाद 2020 में कमल नाथ को सत्ता से हाथ धोना पड़ा. हाल ही में हुए 2023 विधानसभा चुनाव में भी कमल नाथ ने नेतृत्व किया, लेकिन कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा. जानकारी के मुताबिक, इसके बाद से ही कमलनाथ और राहुल गांधी के बीच अनबन हो गई, जिसके चलते उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का मन बनाया. First Updated : Sunday, 18 February 2024