MP Election 2023: मैं आपका पड़ोसी हूं और आपने मुझसे फायदा नहीं उठाया... शिवनी में बोले कमलनाथ
Kamal Nath Targets Shivraj Singh Chouhan: मध्य प्रदेश के चुनावी दौरे में दल भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. जहां एक और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा कांग्रेस के...
Kamal Nath Targets Shivraj Singh Chouhan: मध्य प्रदेश के चुनावी दौरे में दल भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. जहां एक और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा कांग्रेस के कमलनाश को करप्शननाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को बंटाधार कर रहें है तो वहीं कांग्रेस भी शिवराज को घोषणावीर बता रही है. इस कड़ी में कमलनाथ ने सिवनी की एक जनसभा को संबोधित किया और सत्ता पक्ष पर तीखा हमला बोला.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमल नाथ ने कहा कि, ''आपके सामने सिवनी और प्रदेश की तस्वीर है. यह 'चोपट प्रदेश' बन गया है. अगर हमारे युवाओं का भविष्य अंधकार में है, तो फिर प्रदेश और सिवनी का विकास कैसे होगा?...हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती युवाओं के भविष्य की है.
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ का कहना है, ''...मैं आपका पड़ोसी हूं और आपने मुझसे फायदा नहीं उठाया...18 साल में कोई काम नहीं हुआ...यह मेरी इच्छा है सिवनी (जैसे) छिंदवाड़ा..."
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, "4000 लोगों ने (टिकट के लिए) आवेदन किया था. उनमें से कोई भी नहीं कहता कि वे हारने वाले हैं. हर कोई कहता है कि वे जीतने जा रहे हैं लेकिन टिकट एक व्यक्ति को मिलता है. हमने सभी से चर्चा की और फिर निर्णय लिया."जब उनसे पूछा गया कि क्या उम्मीदवारों में कोई बदलाव होगा, तो उन्होंने कहा, ''हमने ऐसी कोई चर्चा नहीं की है.''
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी पर हमले पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ का कहना है, "शिवराज सिंह चौहान क्या कह सकते हैं? उन्होंने वादे किए और 20,000 से ज्यादा घोषणाएं कीं. मैंने जो कहा, मध्य प्रदेश की जनता इसकी गवाह है."
सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सीट बंटवारे पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ कहते हैं, ''हमने बातचीत की, हमने पूरी कोशिश की लेकिन हमारे लोग तैयार नहीं थे. क्योंकि सवाल 'कितनी सीट' का नहीं बल्कि 'कौन सी सीट' का था.' मुझे सभी को और अपने संगठन को साथ लाना पड़ा. हम अपने लोगों को उन सीटों के लिए मना नहीं पाए जो वे (सपा) चाहते थे.