MP Assembly Controversy: मध्य प्रदेश विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान एक बड़ा विवाद सामने आया, एमपी असेंबली में सत्र शुरू होने से पहले पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर हटाकर उनकी जगह डॉ. बीआर अंबेडकर की तस्वीर लगा दी गई. वर्ष 1996 से पहले स्पीकर के पीछे जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी की तस्वीर लगी हुई थी. लेकिन अब नेहरू की तस्वीर हटाकर डॉ. अंबेडकर की फोटो लगा दी गई है. जिसके बाद मामला गर्मा गया और कांग्रेस विधायकों ने इस पर सत्ता पक्ष का जमकर विरोध किया.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि किसी को डॉ. अंबेडकर की तस्वीर लगाने से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जवाहरलाल की तस्वीर को हटाना बिल्कुल गलत है. कांग्रेस विधायक अजय सिंह ने बीजेपी पर इतिहास बदलने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि हम डॉ. बीआर अंबेडकर की तस्वीर का स्वागत करते हैं, लेकिन नेहरू की फोटो हटाने वाली बात का विरोध करते हैं. वहीं, कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हाफ़िज ने कहा कि बीजेपी ने पंडित नेहरू का अपमान किया है.
उन्होंने कहा कि आज बीजेपी पूरे देश में इतिहास बदलने की कोशिश कर रही है, मीडिया प्रभारी ने आगे कहा कि हम सरकार से पंडित नेहरू की तस्वीर लगाने की मांग करते हैं. लेकिन अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो कांग्रेस के सभी विधायक खुद स्पीकर बेंच के पीछे तस्वीर लगाएंगे. वहीं, जब इस मुद्दे को लेकर विवाद काफी बढ़ गया तो मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव एपी सिंह का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि स्पीकर गिरीश गौतम की तरफ से खराब हुई तस्वीरों को बदलने का फैसला किया गया था. इसके साथ ही डॉ. अंबेडकर की तस्वीर लगाने का फैसला उन्हीं का है.
इन सब विवादों के बीच एमपी विधानसभा सदस्यों के रूप में मुख्यमंत्री मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेश शुक्ला, जगदीश देवेड़ा और राज्य विधानसभा के नेता उमंग सिंघार ने शपथ ली है. वहीं, पांचवे नंबर पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ली. First Updated : Tuesday, 19 December 2023