डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद मंत्रालय में शीर्ष अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. पहले मुख्य सचिव का फैसला होगा और फिर मंत्रालय में शीर्ष अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव होगा. दरअसल, वर्तमान में वीरा राणा अपनी मौजूदा जिम्मेदारियों के साथ-साथ मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रही हैं. विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के सेवानिवृत्त होने पर राज्य में उपलब्ध वरिष्ठ अधिकारी वीरा राणा को वर्तमान जिम्मेदारी के साथ मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था.
एमपी में अब सरकार बन चुकी है, इसलिए सबसे पहले मुख्य सचिव को लेकर फैसला लिया जाएगा. राणा मार्च 2024 में रिटायर होंगे. तब तक उन्हें मुख्य सचिव भी रखा जा सकता है. हालाँकि, ऐसे मामले में, उन्हें किसी अन्य जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया जाएगा. वह माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष हैं. इस फैसले के बाद मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की जिम्मेदारियां बदल जाएंगी. मुख्यमंत्री कार्यालय में विशेष कर्तव्यस्थ पदाधिकारी, प्रमुख सचिव और सचिव समेत नये अधिकारियों की तैनाती की जायेगी.
20 दिसंबर से पहले कुछ कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी बदले जा सकते हैं. दरअसल, मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण का काम 20 दिसंबर से शुरू होगा. इस दौरान कलेक्टर, जिला निर्वाचन अधिकारी, उप निर्वाचन अधिकारी और बूथ लेवल ऑफिसर के तबादले चुनाव आयोग की सहमति से ही किए जा सकेंगे. First Updated : Thursday, 14 December 2023