एमपी विधानसभा का चुनाव राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ की दिशा निर्देशन में लड़ा गया. पार्टी के नेताओं ने उन्हें हर मंच से मुख्य चेहरा के तौर पर प्रस्तुत किया पर अब जब परिणाम उम्मीदों के विपरीत आए हैं तो संगठन में परिवर्तन की बात हो रही है.
आने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए केंद्रीय संगठन भी इसको लेकर सोच विचार कर रहा है. कोंग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जब नेताओं से मिले तो चुनाव में हार की वजह पूछे. सभी उम्मीदवारों से उन्होंने अपने अपने क्षेत्र में हार-जीत का विश्लेषण करके संगठन को समीक्षा रिपोर्ट देने के लिए कहा.
बैठक के दौरान सभी को संकेत दिए गए कि संगठन में बड़े बदलाव हो सकते हैं. वहीं मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि कमलनाथ भी अध्यक्ष पद से स्तीफा दे सकते हैं.इसकी पेशकश कमालनाथ पहले भी कर चुके हैं. लेकिन विधानसभा का चुनाव होने के वजह से यह नहीं हो पाया है.
बता दें कि, संगठन चुनाव के बाद प्रदेश इकाई में कई पदों पर नियुक्ति होनी थीं, जो कि नहीं हुई. बूथ, सेक्टर और मंडलम स्तर तक संगठन के विस्तार की बात कही गई थी लेकिन इसका कोई लाभ चुनाव में नहीं मिला। मंगलवार को हुई चुनाव परिणाम की समीक्षा में भी संगठन पदाधिकारियों के काम नहीं करने की बात सामने आई।
केंद्रीय संगठन लाना चाहता है युवाओं और नए चेहरों को आगे
सूत्रों के मुताबिक कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में केंद्रीय संगठन ने कमल नाथ और दिग्विजय सिंह को फ्री-हैंड दिया गया था पर दोनों ही कोई कमाल नहीं दिखा पाए. वहीं कई जगहों पर गुटबाजी भी खुलकर सामने आई. जिसका नुकसान भी कांग्रेस पार्टी को उठाना पड़ा. फ़िलहाल केंद्रीय संगठन नया नेतृत्व तैयार करना चाहता है.
First Updated : Thursday, 07 December 2023