MP: 3 दिन तक मौत से जंग लड़ते ढाई साल की सृष्टि, 300 फीट नीचे बोरवेल में कहा दुनिया को अलविदा
मध्यप्रदेश के सीहोर में बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची को निकाल लिया गया हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका। करीब 55 घंटे बाद बच्ची को निकाला गया।
हाइलाइट
- 3 दिन तक मौत से जंग लड़ते ढाई साल की सृष्टि, 300 फीट नीचे बोरवेल में कहा दुनिया को अलविदा
Borewell Rescue Operation: मध्यप्रदेश के सीहोर में बोरवेल में 300 फीट नीचे फंसी एक बच्ची सृष्टि को 3 दिन बाद बाहर निकाला गया। 2 दिन के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद जब उसे बाहर निकाला गया और जिला अस्पताल में भेजा गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सृष्टि को 3 दिन बाद रोबोट टीम द्वारा रेस्क्यू किया गया।
बुधवार को पहुंची रेस्क्यू की टीम
बच्ची को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम बुधवार को घटनास्थल पर पहुंची थी। रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम उसे निकालने पहुंची तो वह बोरवेल में 20 फीट नीचे फंसी थी हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन तब और कठिन हो गया जब वो 20 फीट से फिसलकर 100 फीट नीचे चली गई। रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम में NDRF, SDRF और रोबोटिक टीमें शामिल थीं।
ऑक्सीजन की व्यवस्था
सबसे पहले उस बोरवेल के समानांतर एक गड्ढा खोदा गया जिससे बच्ची को ऑक्सीजन पहुंचाया जा सके हालांकि ऑपरेशन के दौरान बच्ची नीचे की तरफ और फिसलती चली गई जिससे उसे सांस लेने में गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा था।
ऐसे हुआ हादसा
मंगलवार को सीहोर के मुंगावली में ढाई साल की बच्ची सृष्टि खेलते समय खेत में बनी बोरवेल में फंस गई थी। जब वह बोरवेल में फंसी तो उसकी गहराई महज 10 फ़ीट की थी लेकिन ऑपरेशन के दौरान सेना ने जब रॉड के माध्यम से उसे ऊपर खींचने की कोशिश की तो 10 फिट तक ऊपर आने के बाद उसका कपड़ा फट गया और वो नीचे चली गई। जिसके बाद ऑपरेशन और कठिन हो गया। ऑपरेशन के दौरान मशीनों के कारण लगातार बोरवेल में कंपन हो रहा था जिससे बच्ची और नीचे फिसलती चली गयी। 3 दिन बाद सृष्टि को जब रोबोटिक टीम ने रेस्क्यू किया तो उसे डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया।
घटनास्थल पर पहुंची साध्वी प्रज्ञा
इस पूरी घटना को देखते हुए भोपाल लोकसभा क्षेत्र की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर घटनास्थल पर गईं और उन्होंने रेस्क्यू टीम के अधिकारियों से बातचीत करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि अगर बोर खुला न होता तो बच्ची उस में ना गिरती जितने भी खुले हुए बोर हैं उन्हें जल्द ही बंद किया जाएगा। इस मामले में जो भी आरोपी है उसे दंड मिलना चाहिए।