Assembly Election Results 2023 : मध्य प्रदेश में केंद्रीय मंत्री और निवास विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार फग्गन सिंह कुलस्ते चुनाव हार गए हैं. उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी चैन सिंह बरकड़े ने 5000 वोटों से हराया है. मंडला के निवास से फग्गन सिंह कुलस्ते पराजित करके कांग्रेस के चैन सिंह जीत गए हैं. मंडला जिला मुख्यालय के शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में मतगणना में अप्रत्याशित नतीजे सामने आए हैं. इस बार मध्य प्रदेश में तीन केंद्रीय मंत्री चुनाव मैदान में हैं, जिनमें एक मंत्री चुनाव हार चुके हैं. परिणाम आने के बाद अब चर्चा हो चली है कि फग्गन सिंह कुलस्ते की आगे की मंजिल क्या होगी? मिशन 2024 में पार्टी उन पर भरोसा करेगी क्या?
कौन हैं फग्गन सिंह कुलस्ते?
केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते वर्तमान में मंडला सीट से सांसद हैं. फग्गन सिंह 6 बार लोकसभा और एक बार राज्यसभा सांसद रहे हैं. 1990 में उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीते थे. वह 1999 से 2004 तक केंद्र में राज्यमंत्री रहे. 1996, 1998, 1999, 2004, 2014 और 2019 में वह लोकसभा का चुनाव जीते. फग्गन सिंह 2009 का चुनाव वह हार गए थे. 2012 में वह राज्यसभा के लिए चुने गए. उनका नाम डार्क हार्स में भी आया था.
कैसे बने डार्क हॉर्स?
फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम 'कैश फॉर वोट' वाले कुख्यात कांड से भी जुड़ा था. 22 जुलाई, 2008 के दिन लोकसभा में मनमोहन सिंह सरकार के खिलाफ विश्वास मत प्रस्ताव पर बहस चल रही थी, तभी BJP के तीन सांसद सदन में एक बैग लेकर पहुंचे थे. उन्होंने वह बैग लोकसभा महासचिव की मेज पर रखा और नोटों की गड्डियां लहराईं. तीनों सांसदों ने दावा किया कि विश्वास मत के समर्थन में वोट देने के लिए उन्हें करोड़ों रुपयों की पेशकश की गई थी. इन तीन सांसदों में से एक मंडला के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते भी थे. कुलस्ते मध्य प्रदेश में BJP का सबसे बड़ा आदिवासी चेहरा हैं. वह मंडला जिले के बारबटी गांव के रहने वाले हैं. कुलस्ते के पास MA, LLB की डिग्री है. उन्होंने हायर एजुकेशन सागर यूनिवर्सिटी और रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी जबलपुर से की है. कुलस्ते के राजनीतिक सफर की सुरुआत 1988 में BJP के एक सामान्य कार्यकर्ता के तौर पर हुई थी. यह भी दिलचस्प है कि कुलस्ते को मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विरोधी के तौर पर देखा जाता है.
First Updated : Sunday, 03 December 2023