महाकुंभ से यूपी की इकोनॉमी को मिलेगा बूस्ट, कितनी होगी कमाई...सीएम योगी ने एक-एक कर बताया

सीएम योगी ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य न केवल धार्मिक आस्था को प्रोत्साहित करना है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन भी प्रदान करना है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें संतों के सानिध्य में इस आयोजन को सफल और सुविधाजनक बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही हैं.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों से जारी है. संगम नगरी पूरे उत्साह के साथ दुनियाभर के श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार है. इस बार प्रयागराज महाकुंभ में 40 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. इसी वजह से यूपी सरकार ने बड़े स्तर पर तैयारियां की हैं. महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधाओं का सामना न करना पड़े, इसके विशेष इंतजाम किए गए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद महाकुंभ की तैयारियों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. वहीं, अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात का भी प्रयागराज महाकुंभ से होने वाली आय के बारे में बात की है.

यूपी की कितनी कमाई होगी?

एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि, इस महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिससे प्रदेश में दो लाख करोड़ रुपये तक की आर्थिक वृद्धि होने की उम्मीद है. योगी आदित्यनाथ ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में भारत अपनी प्राचीन विरासत पर गर्व कर रहा है. उन्होंने कहा, 'महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का परिचायक है. यह आयोजन देश और दुनिया के लोगों को अपनी प्राचीन परंपराओं पर गर्व करने और अपनी सांस्कृतिक जड़ों को समझने का अवसर प्रदान करता है.' 

सीएम योगी ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य न केवल धार्मिक आस्था को प्रोत्साहित करना है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन भी प्रदान करना है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें संतों के सानिध्य में इस आयोजन को सफल और सुविधाजनक बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही हैं. उन्होंने कहा कि इस बार का महाकुंभ एक भव्य, दिव्य और डिजिटल आयोजन होगा. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए डिजिटल टूरिस्ट मैप, कृत्रिम मेधा (एआई) से जुड़े सुरक्षा तंत्र और स्मार्टफोन के माध्यम से शौचालयों की स्वच्छता का आकलन करने की व्यवस्था की गई है.

काशी और अयोध्या में कितने लोगों ने दर्शन किए?

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालु जब प्रदेश में आते हैं, तो परिवहन, आवास, भोजन और अन्य सेवाओं पर खर्च करते हैं, जिससे स्थानीय व्यवसाय और रोजगार को बढ़ावा मिलता है. उन्होंने कहा कि 2024 में काशी में 16 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने काशी विश्वनाथ के दर्शन किए, वहीं अयोध्या में जनवरी 2024 से सितंबर तक श्रद्धालुओं की संख्या 13 करोड़ 55 लाख से अधिक रही है. महाकुंभ के आयोजन में पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखा गया है.

 

महाकुंभ से पहले जोरों पर तैयारियां

अधिकारियों ने बताया, "महाकुंभ से पहले तैयारियां जोरों पर हैं. संगम के 12 किलोमीटर इलाके में स्नान घाट बनाए जा रहे हैं. सफाई, निर्माण और सुरक्षा बढ़ाने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयागराज दौरे की प्रत्याशा में सभी घाटों पर प्रकाश व्यवस्था की जा रही है."

जारी किए गए स्टेटमेंट में कहा गया, "बोरों में भरे भूसे, पीतल और मिट्टी के मिलावट से सीढ़ियां बनाई जा रही हैं, जबकि सभी घाटों पर महिलाओं के लिए अलग से चेंजिंग रूम बनाए गए हैं. हर घाट पर अलग-अलग प्रतीक चिह्न (डमरू, त्रिशूल आदि) लगाए जा रहे हैं, जिससे लोग उन्हें जल्दी पहचान सकें." 

बयान में आगे कहा गया है कि महाकुंभ में आने वाली भारी भीड़ को देखते हुए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है. संगम इलाके की निगरानी के लिए वॉच टावर लगाए जा रहे हैं और सभी घाटों पर पानी की बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जा रही है.

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09 January 2025, 10:57 AM IST

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