Mahant Paramhans Das on Tirupati Laddu Prasad: तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट की खबरें सामने आने के बाद देशभर में हंगामा मच गया है. साधु-संतों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. इस घटना के बाद अयोध्या के तपस्वी छावनी के महंत जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने इस पर गहरी नाराज़गी जताई है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि केंद्र सरकार भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं करती, तो देश के सौ करोड़ हिंदू हथियार उठाने को मजबूर हो जाएंगे.
आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट का दावा किया गया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, लैब टेस्ट में प्रसाद में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल पाए जाने की बात सामने आई है. इस घटना के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. केंद्र सरकार ने इस मामले में CM चंद्रबाबू नायडू से रिपोर्ट मांगी है.
महंत परमहंस दास ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद जो भारत शेष बचा है, उसे तुरंत हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए, नहीं तो सौ करोड़ हिंदू हथियार उठाकर अपने अधिकार की रक्षा करेंगे. उनका आरोप है कि प्रसाद के नाम पर लोगों को गोमांस खिलाया जा रहा है, जो अस्वीकार्य है.
महंत परमहंस दास ने चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार को जो बहुमत मिला है, वह हिंदू बहुसंख्यक समाज के समर्थन से है. उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और गाय की रक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है. गाय को पूरी दुनिया में मां का दर्जा दिया गया है और हमारी संस्कृति वैदिक है. उन्होंने सवाल किया कि आखिर गोमांस तिरुपति मंदिर के प्रसाद में कैसे मिला? यदि सरकार ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो देश के सौ करोड़ हिंदू हथियार उठाकर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए तैयार हो जाएंगे.
उन्होंने कहा कि वह इस बात से बेहद दुखी हैं कि विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में गोमांस कैसे मिला. अब तक क्या कार्रवाई हुई है? उनका कहना है कि तिरुपति से अयोध्या रामलला के मंदिर में भी एक लाख लड्डू भेजे गए थे, जो साधु-संतों में वितरित किए गए थे. उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि हिंदू समाज को न्याय मिले, इससे पहले कि वे हथियार उठाने पर मजबूर हो जाएं.