CM शिंदे के हमले से बुरा न मान जाएं उद्धव ठाकरे, बोले- उन्हें तो..; MVA पर क्या कहा?
Maharashtra Assembly Election: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी पारा चढ़ा हुआ है. इससे पहले नेता एक दूसरे पर जमकर हमला कर रहे हैं. CM एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को अब अपने टारगेट पर लिया है. उन्होंने MVA गठबंधन पर भी निशाना साधा है.
Maharashtra Assembly Election: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी पारा चढ़ा हुआ है. सभी सियासी दल इसके लिए तैयारी करने लगे हैं. इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल बजाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे पर हमला किया. उन्होंने कहा कि जब उनके सहयोगी ही उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते, तो राज्य की जनता उन्हें वोट क्यों देगी? शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली में शिंदे ने बिना नाम लिए ठाकरे पर निशाना साधा है.
बता दें हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव पूरा होने के बाद अब नजरें झारखंड और महाराष्ट्र पर सबकी नजरें टिकी है. माना जा रहा है कि अगले हफ्ते चुनाव आयोग मतदान के समेत सभी चुनावी प्रक्रियाओं को लेकर तारीखों का ऐलान कर सकता है. इससे पहले सारी समीक्षाएं की जा रही है.
ठाकरे पर तीखे तंज
बालासाहेब ठाकरे के समय दिल्ली के बड़े नेता मुंबई आते थे. अब वो खुद दिल्ली जा रहे हैं और सभी से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं. अगर उनके अपने सहयोगी ही उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहते, तो जनता उन्हें क्यों मुख्यमंत्री बनाएगी. शिंदे के भाषण में उद्धव ठाकरे पर तीखे तंज कसे. विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) पर हमला करते हुए उन्होंने सरकार की योजनाओं का बखान भी किया.
"मुझे कम मत समझो"
शिंदे ने कहा कि जब हमने महाराष्ट्र-विरोधी सरकार को गिराकर सरकार बनाई तो कुछ लोगों ने कहा कि यह सरकार कुछ ही दिनों या महीनों में गिर जाएगी. मैं आज दो साल बाद भी यहां खड़ा हूं. मुझे कम मत समझो. मैं वो नहीं हूं जो मैदान छोड़कर भाग जाए बल्कि मैं दूसरों को भगाता हूं. मैं बालासाहेब ठाकरे का सच्चा अनुयायी हूं.
सीएम ने आगे कहा कि हमने तब बगावत की जब अन्याय हो रहा था. जैसा कि बालासाहेब ने हमें सिखाया था. अगर मैंने ऐसा नहीं किया होता तो यह असली शिवसैनिकों का अपमान होता और महाराष्ट्र कई साल पीछे चला जाता.
हरियाणा जैसे हालात का दावा
शिंदे ने दावा किया कि महाराष्ट्र में हरियाणा जैसी स्थिति देखने को मिलेगी. उन्होंने कहा कि सिर्फ डबल इंजन सरकार ही विकास ला सकती है. मैं यह कह सकता हूं कि हमें कभी केंद्र से नकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली ना ही किसी फंड में कटौती हुई. क्योंकि हम दिल्ली विकास के लिए जाते हैं, मुख्यमंत्री पद के लिए नहीं.