महाराष्ट्र के प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर महादेव मंदिर में पिछले दिनों दूसरे धर्म के लोगों की भीड़ ने जबरन घुसने का प्रयास किया था। इस घटना की जांच के लिए अब महाराष्ट्र सरकार ने विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनाने का आदेश दिया है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर जांच टीम का गठन किया जा रहा है।
दरअसल, पिछले साल भी त्र्यंबकेश्वर मंदिर में ऐसी ही घटना सामने आई थी। इस वजह से भी सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और एसआईटी जांच करने आदेश दिए है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एसआईटी सिर्फ अभी की घटना की जांच नहीं करेगी, बल्कि पिछले साल इसी मंदिर में हुई घटना की भी जांच करेगी।
बीते शनिवार को महाराष्ट्र के नासिक में स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में दूसरे धर्म के लोगों ने जबरन घुसने का प्रयास किया था। हालांकि मंदिर के सुरक्षाकर्मियों की ने उन्हें रोक लिया। बता दें कि मंदिर प्रबंधन समिति का निर्देश हैं कि मंदिर में हिंदुओं के अलावा किसी अन्य धर्म के लोग नहीं आ सकते हैं। यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और देश के करोड़ों लोगों की इससे आस्था जुड़ी हुई है। इस घटना के बाद मंदिर समीति ने शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में शामिल कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और बाकी की तालाश की जा रही है। आरोपियों ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसे लेकर हिंदू संगठनों में काफी नाराजगी है।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर में हुई घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि "इस राज्य में सभी जाति के लोग रहते हैं, कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की है लेकिन इसमें नागरिकों को भी सहयोग करने की आवश्यकता है। मैंने कल ये आह्वान किया था। कहीं पर भी जाति तनाव न हो इसलिए सभी समाज के लोगों को आगे बढ़कर सहयोग और कानून व्यवस्था बनाए रखने की आवश्यकता है।"
मंदिर में कथित तौर पर प्रवेश करने की कोशिश करने वाले लोगों के एक समूह पर नासिक के आईजी बीजी शेखर ने कहा कि "त्र्यंबकेश्वर में शांति बहाल है। हम नियमों के अनुसार जांच आगे बढ़ाएंगे और उस आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। त्र्यंबकेश्वर में हमारे पुलिस निरीक्षक आगे की जांच करेंगे।" First Updated : Tuesday, 16 May 2023