Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में अगले कुछ महीनों में विधानसभा के लिए चुनाव होने हैं. इससे पहले सियासी गहमागहमी शुरू हो गई है. चुनावी फिजा में उद्धव ठाकरे और चचेरे भाई राज ठाकरे के प्रतिद्वंद की चर्चा होने लगी है. शनिवार को जब ठाणे के गडकरी रंगायतन सभागार में उद्धव बैठक के लिए पहुंचे तो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने विरोध दिया. उनके काफिले पर गोबर और टमाटर फेंके गए. इससे पहले राज ठाकरे के काफिले बीड में सुपारी फेंकी गई थी. अब इन दोनों मामलों को लेकर नेता भिड़े हुए हैं.
शनिवार ठाणे में उद्धव ठाकरे के काफिले का MNS कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के लोगों ने काफिले पर टमाटर और गोबर फेंके थे. इसके पहले बीड में राज ठाकरे का विरोध किया गया था. उनके काफिले पर सुपारी फेंकी गई थी. अब इस पर दोनों दलों के ओर से आरोप प्रत्यारोप जारी है. वहीं बीजेपी भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया रख रही है.
बीड में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने राज ठाकरे की कार पर सुपारी भेंकी थी. राज ठाकरे ने इसे लेकर कहा कि कुछ लोगों ने उनके काफिले पर सुपारियां फेंकी थीं. इसे लेकर शिवसेना की ओर से कोई बयान नहीं आया. उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को समझाने की कोई कोशिश नहीं की और न ही इस हमले की निंदा की. इसी कारण मनसे कार्यकर्ताओं ने उद्धव के काफिले को निशाना बनाया.
इतना ही नहीं राज ठाकरें ने कहा कि विधानसभा चुनाव बीत जाने के बाद उन लोगों के व्यवहार पर ध्यान दिया जाएगा जिन्होंने अपना तरीका बदलने से इनकार कर दिया है. फिलहाल राज ठाकरें ने अपने कार्यकार्ताओं को पीछे हटने के लिए कहा है. वहीं महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ठाणे-पालघर के जिलाध्यक्ष अविनाश जाधव ने कहा कि ऐसा ही रहा तो राज ठाकरे के खिलाफ जाने वालों को घर में घुसकर पीटा जाएगा.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने भी इस मामले में बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के काफिले को निशाना बनाया जाना क्रिया की प्रतिक्रिया है. इसकी शुरुआत किसने की? उद्धव के कार्यकर्ताओं ने औरंगाबाद में राज ठाकरे के काफिले को निशाना बनाया था. इसके बाद सिर्फ क्रिया की प्रतिक्रिया उन्हें मिली है.