Maharashtra NCP Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासत के बीच अजित पवार और शरद पवार दोनों गुटों ने खुद को असली एनसीपी बताया है. बुधवार को एनसीपी के दोनों गुटों ने शक्ति प्रदर्शन किया. अजित पवार और शरद पवार की ओर से विधायकों को बैठक में रहने के लिए व्हिप जारी किया गया. हालांकि, बैठक में एनसीपी का संख्या बल अजित पवार के साथ दिखा है. शरद पवार को हटाकर अजित पवार को एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया. इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कल यानी 6 जुलाई को दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है.
दरअसल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में बगावत के बाद बुधवार को पार्टी के दोनों गुटों ने शक्ति प्रदर्शन किया. बैठक में एनसीपी का संख्या बल अजित पवार के साथ दिखा है. पार्टी के 53 में 35 विधायक अजीत पवार के साथ बैठक में पहुंचे. इस बीच अजित पवार को एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया. चुनाव आयोग को लिखे पत्र में अजित पवार ने इसका जिक्र किया. इसके बाद एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने कल दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है.
अजित पवार ने कहा कि मीडिया रिपोर्टों से पता चला है, 'जयंत पाटिल (शरद पवार गुट) ने महाराष्ट्र एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में अजित पवार और मंत्री पद की शपथ लेने वाले अन्य सदस्यों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की है.' अजित पवार ने कहा, " यह भी पता चला है कि जितेन्द्र अव्हाड को विपक्ष का नेता और मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है."
अजित पवार ने एनसीपी का नाम और निशान मांगने के लिए चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है. इस पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, "पार्टी का चुनाव चिह्न हमारे पास है, वह कहीं नहीं जायेगा. जो लोग और पार्टी कार्यकर्ता हमें सत्ता में लाए, वे हमारे साथ हैं." उन्होंने कहा, "जिन विधायकों ने अलग होने का फैसला किया, उन्होंने हमें विश्वास में नहीं लिया. अजित पवार गुट ने किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया है." First Updated : Wednesday, 05 July 2023