Nitin Gadkari: देश की राजनीति में एक बात कॉमन है और वो है जातिवाद की राजनीति. आप चाहे बिहार या यूपी देख लो या फिर महाराष्ट्र की ही उदाहरण ले लो यहां अक्सर कास्ट पॉलिटिक्स देखने को मिल ही जाता है. ऐसे में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कास्ट पॉलिटिक्स को लेकर भड़क गए.
दरअसल नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में इस समय जातिवाद की पॉलिटिक्स हो रही है. मैं जात-पात को नहीं मानता. जो करेगा जात की बात, उसको मारूंगा कसकर लात. उन्होंने कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में 40 फीसदी मुसलमान हैं. मैंने उनको पहले ही कहा है, मैं आरएसएस वाला हूं. मैं हाफ चड्डी वाला हूं. किसी को वोट देने से पहले सोच लो कि बाद में पछताना न पड़े. जो वोट देगा, मैं उसका काम करूंगा और जो नहीं देगा, मैं उसका भी काम करूंगा.
लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. केंद्रीय चुनाव आयोग ने इन चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है. चुनाव आयोग ने राज्यों को 20 अगस्त तक वोटर लिस्ट अपडेट करने का निर्देश दिया है. मतदाता सूची को अपडेट करने के बाद चुनाव आयोग चार राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है.
महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) का शासन है. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को समाप्त हो रहा है. इसलिए राज्य में अक्टूबर 2024 में चुनाव होने की उम्मीद है. 2019 में 288 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए. 106 विधायकों के साथ बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. लेकिन, मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन टूट गया. इसलिए 56 विधायकों वाली शिवसेना ने कांग्रेस के 44 और एनसीपी के 53 विधायकों के साथ इंडिया गठबंधन बनाकर सरकार बनाई. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने.
मई 2022 में शहरी विकास मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों के साथ बगावत कर दी. उन्होंने 30 जून 2022 को भाजपा को अपने साथ लेकर महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. इसलिए शिव सेना शिंदे गुट और उद्धव गुट नामक दो गुटों में विभाजित हो गई. 17 फरवरी, 2023 को चुनाव आयोग ने आदेश दिया कि पार्टी का नाम 'शिवसेना' और पार्टी का चुनाव चिन्ह 'धनुष बाण' एकनाथ शिंदे समूह के पास ही रहेगा.
हाल ही में हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने महाराष्ट्र की 48 में से 9 सीटें जीतीं. सहयोगी दल एनसीपी को 1 सीट और शिंदे ग्रुप को 7 सीटों पर जीत मिली. जबकि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस ने 13 सीटें, शिवसेना (यूबीटी) ने 9 सीट और एनसीपी के शरद चंद्र पवार समूह ने 8 सीटें जीती हैं. तो वहीं सांगली में निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई है. First Updated : Friday, 12 July 2024